अकरा। विश्व की आबादी वर्ष 2011 तक सात अरब हो जाने की उम्मीद है। आबादी में पिछले 12 साल में जबर्दस्त इजाफा हुआ है, क्योंकि 1999 में यह छह अरब थी। पापुलेशन रिफ्रेंस ब्यूरो [पीआरबी] द्वारा तैयार वर्ल्ड पापुलेशन डेटा शीट में यह जानकारी दी गई हैं। दुनिया की युवा आबादी गरीब मुल्कों खासकर एशिया और अफ्रीका में तेजी से बढ़ रही है। ...
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बाल सेविकाओं को नहीं मिला एक साल से वेतन
भिवानी, नौनिहालों को व्यावहारिक जीवन का सबक सिखाने वाले जिला बाल कल्याण विभाग को खुद सहायता की दरकार है। छोटे बच्चों को खेल-खेल में जीवन के सही मायने बताने वाली बाल सेविकाओं और हेल्परों को पिछले एक साल से उनका मेहनताना भी नहीं मिल रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद भी अधिकारियों की मनमानी के आगे अपनी आंखें मूंदे बैठी है। हालत...
More »भुखमरी और कुपोषण के हालात बयान करते दो और रिपोर्ट
दो जून भर पेट भोजन ना जुटा पाने वालों की तादाद दुनिया में इस साल एक अरब २० लाख तक पहुंच गई है और ऐसा हुआ है विश्वव्यापी आर्थिक मंदी और वित्तीय संकट(२००७-०८) के साथ-साथ साल २००७-०८ में व्यापे आहार और ईंधन के विश्वव्यापी संकट के मिले जुले प्रभावों के कारण। यह खुलासा किया है संयुक्त राष्ट्र संघ की इकाई फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन की हालिया रिपोर्ट ने । द...
More »जलवायु परिवर्तन पर होगा मंथन
शिमला : पर्वतीय राज्यों में हो रहे जलवायु परिवर्तन, तेजी से पिघल रहे ग्लेशियर और इस कारण लोगों के जीवन पर हो रहे दुष्प्रभाव से कैसे निपटा जाए, इस पर मंथन को छह पहाड़ी राज्यों के मुख्यमंत्री शिमला में जुटेंगे। 29 व 30 अक्टूबर को हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के मुख्यमंत्री इस समस्या का समाधान तलाशने का भी प्रयास करेंगे। इससे निपटने के लिए संयुक्त...
More »चावल की कई किस्में गायब
रायपुर. बारिश की कमी के कारण राज्य के ज्यादतर किसान पिछले कुछ सालों से लंबी अवधि के धान नहीं लगा रहे। इसके कारण ‘धान का कटोरा’ कहलाने वाले छत्तीसगढ़ में स्थानीय विशेषता वाली चावल की किस्में धीरे-धीरे लुप्त होती जा रही हैं। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन का असर इंसान और पशु-पक्षियों के अलावा फसलों पर भी नजर आने लगा है। इसका सबसे अच्छा उदाहरण राज्य के...
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