बागपत। हम चाहें तो रोज पांच अरब लीटर पानी की बचत कर बागपत की हरित धरती को रेगिस्तान में तब्दील होने से बचा सकते हैं, मगर खेतों की सिंचाई को स्प्रिंकलर सिस्टम अपनाना पड़ेगा। ऐसा हो तो फसलों की उत्पादकता भी बढ़ जाएगी। बस! जरुरत है इच्छा शक्ति और लोगों को जागरूक करने की। बागपत कृषि प्रधान जिला है जहां 1.10 लाख हेक्टेयर भूमि पर खेती की जाती है। सबसे ज्यादा भूजल का अति...
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दम तोड़ रहा नरेगा के बूते हिरयाली लाने की कोशिश
बांका। जिले में मनरेगा के बूते हरियाली लाने की योजना दम तोड़ती नजर आ रही है। जिले में सामाजिक वानिकी योजना के अन्तर्गत तीन लाख 70 हजार पेड़ लगाने की स्वीकृति मिली थी। इस योजना के तहत जिले में लगभग एक लाख से अधिक पेड़ भी लगाया गया। लेकिन देख-रेख के अभाव में आधे से अधिक पेड़ सूख गये। ऐसी स्थिति में पर्यावरण सुरक्षा के लिए बनाया गया यह योजना कितना सफल है यह सबके...
More »पंजाब पुकारे, आ रे..आ रे..आ रे..
लुधियाना [अरविंद श्रीवास्तव/श्रीधर राजू]। बठिंडा रेलवे स्टेशन। रात साढ़े दस बजे का समय। अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन आकर रुकती है। स्टेशन पर पहले से तैयार जमींदार ट्रेन की ओर लपकते हैं। सिर पर बक्सा और हाथ में थैला लिए उतरते लोगों को वे घेर लेते हैं। कशमकश चलती है कि कौन कितने लोगों को पटाता है। यह नजारा इन दिनों पंजाब में हर स्टेशन पर शुरू हो गया है। ...
More »इस गांव में थम जाए पांव
झंझारपुर [मधुबनी, सुनील कुमार मिश्र]। अब अनुमंडल के लखनौर प्रखंड स्थित गांव हरभंगा में किसी का भी पांव थम जाएगा। कारण, जैविक ग्राम का सपना यहां साकार होने की ओर है। जैविक खेती से गांव की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल रही है। यहां के सब्जी उत्पादक किसान सिर्फ जैविक खाद का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। 2011 तक पूरी तरह जैविक ग्राम बन जाने की उम्मीद पाले इस...
More »ग्लेशियर पिघलने से करोड़ों लोग होंगे प्रभावित
दुबई। आने वाले दशकों में हिमालय के ग्लेशियर पिघलकर छोटे होने से उनके आसपास रहने वाले करीब छह करोड़ लोगों को खाद्य पदार्थों की किल्लत के साथ-साथ पानी के स्रोत खत्म होने से फसलों के नुकसान से भी दो-चार होना पड़ेगा। हालैंड के वैज्ञानिकों ने एक ताजा अध्ययन में यह दावा किया है। हालांकि साइंस जर्नल में प्रकाशित इस अध्ययन के लेखक वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह नुकसान जलवायु...
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