रांची : सौर ऊर्जा के इस्तेमाल पर अभी चर्चा चल ही रही थी कि हार्वर्ड के एक शोध दल ने ऐसी खोज कर डाली है, जो स्वच्छ ईंधन की दुनिया में क्रांति ला सकता है. वैज्ञानिकों ने एक कृत्रिम पत्ती ‘बायोनिक लीफ' विकसित की है. इसकी मदद से कृत्रिम प्रकाश संश्लेषण की क्रिया के जरिये तरल ईंधन बनाया है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह बेहद सस्ता होगा, जिससे पर्यावरण...
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जरूरी है जूट को सरकारी संरक्षण-- पंकज चतुर्वेदी
सीएसीपी यानी कृषि लागत एवं मूल्य आयोग की ताजा सिफारिशें जूट के किसानों के लिए आफत बन सकती हैं। आयोग का कहना है कि चीनी मिलों में शत-प्रतिशत जूट के बोरे के इस्तेमाल की मौजूदा नीति को बंद कर दिया जाए तथा खाद्य पदार्थों में नब्बे फीसद जूट की अनिवार्यता को पचहत्तर फीसद किया जाए। अगर ऐसा हुआ तो बंगाल का जूट किसान भूखों मर जाएगा। यही नहीं, जूट कारखानों व...
More »महंगाई का नया दौर--- धर्मेन्द्रपाल सिंह
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने घोषणा कर दी कि चार सितंबर के बाद वे अपना पद छोड़ देंगे। उनके एलान से विदेशी निवेशक चिंतित हैं, उद्योग जगत में निराशा है और शेयर बाजार में घबराहट। राजन का कार्यकाल न बढ़े, इसके लिए कुछ लोगों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा था। देश का केंद्रीय बैंक (आरबीआइ) ही मौद्रिक नीति निर्धारित करता है और फिर उसके माध्यम से...
More »खुदरा महंगाई बढ़ी तो ब्याज घटने की उम्मीद घटी
नई दिल्ली। दाल और सब्जियों सहित खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने के चलते उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित महंगाई दर (सीपीआई) मई में बढ़कर 5.76 प्रतिशत हो गयी है। खास बात यह है कि खुदरा महंगाई के बढ़ने की रफ्तार शहरों की अपेक्षा गांवों में अधिक है। रिजर्व बैंक अपनी मौद्रिक नीति का रुख इसी खुदरा मुद्रास्फीति के आधार पर तय करता है, इसलिए महंगाई के सिर उठाने से निकट भविष्य...
More »यह कैसी शिक्षा व्यवस्था?-- अनुपम त्रिवेदी
पिछले दिनों जब एक न्यूज चैनल ने बिहार-बोर्ड के टाॅपर्स का साक्षात्कार किया, तो न केवल उन टाॅपर्स की, बल्कि पूरी शिक्षा-व्यवस्था की पोल-पट्टी खुल गयी. समाचार पत्रों से लेकर सोशल मीडिया तक बिहार के शिक्षा-तंत्र की बखिया उधेड़ दी गयी. राजनीतिक दलों ने भी इस मौके को खूब भुनाया. लेकिन, सब यह भूल गये कि बिहार का यह नंगा सच केवल बिहार का ही नहीं, बल्कि लगभग पूरे देश...
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