नरेन्द्र शर्मा, जयपुर। राजस्थान में कांग्रेस को सत्ता में पहुंचाने में अहम भूमिका अदा करने वाली राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में इस साल प्रदेश ढाई करोड़ रुपए का ही खर्चा हुआ है। जबकि दो साल पहले इसी योजना में करीब साढ़े छह हजार करोड़ रुपए खर्च हुए थे। अधिकारी कहते हैं कि नरेगा योजना में सख्ती करने के कारण अब जरूरतमंद लोगों को ही रोजगार मिल रहा है। अब सवाल...
More »SEARCH RESULT
नावाडीह में सरकारी चिकित्सकों का टोटा
नावाडीह (बेरमो) : लगभग 1 लाख 70 हजार की आबादी वाले नावाडीह प्रखंड में सरकारी चिकित्सकों का टोटा है। कहने को तो नावाडीह प्रखंड में स्वास्थ्य विभाग ने 6 चिकित्सकों को पदस्थापित किया है, किन्तु नावाडीह में मात्र 3 चिकित्सक ही जनता को सेवा दे रहे हैं। इनमें दो महिला चिकित्सक शामिल है। इस कारण मरीजों को समुचित स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल पा रहा है। इतना ही नहीं हाल के दिनों...
More »बच के रहना रे बाबा! दूध में जहर है
अहमदाबाद। देश के सबसे प्रतिष्ठित खानपान ब्रांडों में शामिल "अमूल" के दूध के अहमदाबाद के नमूनों में खासे नुकसानदेह माने जाने वाले कीटनाशक क्लोरपाइरिफोस के अवशेषों की मात्रा स्वीकार्य सीमा से कई गुना ज्यादा पाई गई है। यह मात्रा देश भर में सर्वाधिक है। यह खुलासा देश की शीर्ष संस्थाओं में शुमार किए जाने वाली नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ऑक्यूपेशनल हैल्थ (एनआईओएच), अहमदाबाद के विश्लेषण मे हुआ है। यह देश भर में...
More »एक समान शिक्षा का विकल्प शिरीष खरे
‘स्कूल चले हम’ कहते वक्त अलग-अलग स्कूलों में पल रही गैरबराबरी पर हमारा ध्यान ही नहीं जाता. एक ओर जहां क, ख, ग लिखने के लिए ब्लैकबोर्ड तक नही पहुंचे हैं, वहीं दूसरी तरफ चंद बच्चे प्राइवेट स्कूलों में मंहगी ईमारत, अंग्रेजी माध्यम और शिक्षा की जरूरी व्यवस्थाओं का फायदा उठा रहे हैं. केन्द्रीय कर्मचारियों के बच्चों के लिए केन्द्रीय विद्यालय हैं, सैनिको के बच्चों के लिए सैनिक स्कूल हैं, तो...
More »मनरेगा- चौदह लाख परिवारों की बल्ले-बल्ले
रांची। राज्य के चौदह लाख परिवारों के लिए नया वर्ष तोहफे के साथ आया है। लंबे समय की मांग के बाद केन्द्र सरकार ने नरेगा में मजदूरी की दरें बढ़ाई हैं, इसका लाभ यहां के इन परिवारों को मिलेगा। दरों में वृद्धि की अधिसूचना हालांकि अभी तक राज्य सरकार को नहीं मिली है परंतु, इसके मिलते ही अगले सप्ताह से मजदूरों का भुगतान एरियर के साथ होगा। इन मजदूरों को न केवल...
More »