जनसत्ता 1 अगस्त, 2013: ये दो बिलकुल अलग-अलग बातें हैं- प्रकृति का कैलेंडर और हमारे घर-दफ्तरों की दीवारों पर टंगे कैलेंडर, कालनिर्णय या पंचांग। हमारे संवत्सर के पन्ने एक वर्ष में बारह बार पलट जाते हैं। पर प्रकृति का कैलेंडर कुछ हजार नहीं, लाख-करोड़ वर्ष में एकाध पन्ना पलटता है। इसलिए हिमालय, उत्तराखंड, गंगा, नर्मदा आदि की बातें करते समय हमें प्रकृति के भूगोल का यह कैलेंडर कभी भी भूलना नहीं...
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24 छात्रों को पढ़ाने के लिए आठ शिक्षक थे फिर भी कोई पास नहीं हुआ
रामगढ़, अलवर/अजमेर। पिपरोली के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में केवल 24 छात्रों को पढ़ाने के लिए आठ शिक्षक थे लेकिन सब मिलकर भी किसी को दसवीं की परीक्षा पास नहीं करवा पाए। यहां दसवीं का परिणाम शून्य रहने पर ग्रामीणों ने सोमवार को शिक्षा सत्र शुरू होने के पहले ही दिन स्कूल गेट पर ताला जड़कर शिक्षकों को घर जाने की नसीहत दे दी। स्कूल में दसवीं कक्षा में पढऩे वाले सभी...
More »यहां ग्राउंड वाटर का सबसे अधिक दोहन हो रहा, 310 मीटर और नीचे गया पानी
रांची. कांके, रातू और ओरमांझी ब्लॉक में ग्राउंड वाटर डेंजर जोन में पहुंच गया है। कांके में ग्राउंड वाटर का सबसे अधिक दोहन हो रहा है। इन क्षेत्रों में जितना पानी जमीन के अंदर पहुंच रहा है, उससे अधिक निकाला जा रहा है। शहरी क्षेत्र में भी पिछले चार वर्षों में ग्राउंड वाटर लेवल काफी नीचे चला गया है। हिनू सहित दर्जनों एरिया में वाटर लेवल पांच से 10 मीटर...
More »खाद्यान्न की वैश्विक कीमत में गिरावट की उम्मीद नहीं
अस्पष्ट दिशा खाद्यान्न के मूल्य में बड़ी गिरावट आने के आसार नहीं बाजार की तस्वीर अगले महीनों में मानसून पर तय होगी हालांकि अमेरिका में मक्का का स्टॉक अनुमान से 8 फीसदी ज्यादा अगले महीनों में मौसम के हालात तय करेंगे खाद्य वस्तुओं के मूल्य की दिशा अमेरिका और दूसरे प्रमुख उत्पादक देशों में खाद्यान्न का उत्पादन बढऩे...
More »पैदावार बढऩे से जौ में गिरावट के आसार
कितनी आई कमी मंडियों में एक माह में कीमतों में 150 रुपये की गिरावट मौजूदा भाव 1,225-1,230 रुपये प्रति क्ंिवटल रह गए दैनिक आवक 15,000 से 20,000 बोरियों की हो रही मई वायदा अनुबंध में 15 दिनों में दाम 4 फीसदी तक गिरे आगे क्या उम्मीद चालू सीजन में जौ की पैदावार 12.3 फीसदी बढऩे की उम्मीद अप्रैल में मंडियों में आवक बढऩे से दाम में और गिरावट संभव लेकिन माल्ट कंपनियों व निर्यातकों की मांग से फिर...
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