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राशन सामग्री का वितरण शुरू

जयपुर, जागरण संवाद केंद्र : सीकर जिले में उचित मूल्य की दुकानों पर सरकारी कर्मचारियों की देखरेख में राशन सामग्री का वितरण शनिवार से शुरू हो गया है। जिला कलेक्टर जीएल गुप्ता ने बताया कि यह वितरण व्यवस्था 21 मई तक प्रतिदिन निर्धारित समयानुसार चलेगा और हर माह की 15 से 21 तारीख तक इस वितरण व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि मुख्यमंत्री अन्न सुरक्षा योजनान्तर्गत बीपीएल परिवारों को दो रुपये प्रतिकिलो...

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शिक्षकों के अधीन काम कर रहे प्राचार्य और एचएम

इंदौर. जनगणना में शिक्षा विभाग से लगी ड्यूटियों की लगातार शिकायत आ रही है। वास्तविक डाटा के अभाव और पुराने आंकड़ों के आधार पर लगाई गई ड्यूटी से कई विसंगतियां सामने आ रही हैं। नया मामला ऐसे प्राचार्य और हेडमास्टरों का है, जिन्हें सामान्य शिक्षक और संविदा शिक्षकों के अधीन काम करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक सिरपुर के हाई स्कूल प्राचार्य राजेश सिंह की ड्यूटी छोटा बांगड़दा क्षेत्र में लगी है। उन्हें यहां हाई स्कूल...

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नर्मदा की छाती पर एक नया पत्थर

भीष्म जी कहते हैं, ‘‘युधिष्ठिर ! जिन वृक्षों के फल खाने के काम आते हैं, उनको तुम्हारे राज्य में कोई काटने न पावे-इसका ध्यान रखना।’’ - ‘महाभारत-शान्तिपर्व’ जिस समय दिल्ली में सरदार सरोवर बांध की ऊँचाई को 122 मीटर से बढ़ाकर 139 मीटर किए जाने की बैठक चल रही थी, ठीक उसी समय इंदौर के विसर्जन आश्रम में नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री सुश्री मेधा पाटकर 11 अप्रैल 2010 से प्रारंभ...

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नासूर बना नक्सलवाद

नई दिल्ली [इरा झा]। बस्तर के दंतेवाड़ा में नक्सलियों के हाथों सीआरपीएफ के लगभग 80 जवानों को बेरहमी से मौत के घाट उतारे जाने के कारण अब सरकार और नक्सली दोनों ही खेमों के बीच लड़ाई के पाले साफ-साफ खिंच गए हैं। इसे नक्सलियों का रणनीतिक प्रतिवाद माना जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने इस जघन्य हमले के द्वारा अपने बीच फूट पड़ने, बड़े नेताओं की गिरफ्तारी से काडर में घबराहट और दिशाहीनता तथा...

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साढ़े चार हजार स्कूलों में बच्चे बजाते हैं घंटी!

सीकर. राज्य की साढ़े चार हजार स्कूलों में बच्चे घंटी बजाने और सफाई का कार्य कर रहे हैं। यह स्थिति इसलिए है, क्योंकि प्रदेश की चार हजार 529 माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में सहायक कर्मचारी का पद स्वीकृत नहीं है। इसी वजह से, सरकारी स्कूलों में घंटी बजाने, स्कूल की सफाई व वजनी सामान उठाने का कार्य बच्चों से कराया जाता है। हालांकि कई स्कूलों में यह कार्य स्कूल विकास समिति के फंड से कर्मचारी...

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