नयी दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर एवं बोट क्लब जैसी जगहों पर प्रदर्शन करने पर लगी रोक को हटा लिया है और इस संबंध में दिल्ली पुलिस को दो सप्ताह के अंदर नयी गाइडलाइन बना कर पेश करने काे कहा है. आदेश में कहा गया है कि उचित शर्त के साथ प्रदर्शन की इजाजत दें. सत्ता के केंद्र संसद भवन, राष्ट्रपति भवन व प्रधानमंत्री कार्यालय...
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धान के गीत गानेवाले-- डा. अनुज लुगुन
धान रोपनी का एक गीत है- ‘रोपा रोपे गेले रे डिंडा दंगोड़ी गुन्गु उपारे जिलिपी लगाये / लाजो नहीं लगे रे डिंडा दंगोड़ी गुन्गु उपारे जिलिपी लगाये /हर जोते गेले रे डिंडा दंगोड़ा एड़ी भईर तोलोंग लोसाते जाये /लाजो नहीं लगे रे डिंडा दंगोड़ा एड़ी भईर तोलोंग लोसाते जाये.' झारखंड के आदिवासियों के द्वारा गाये जानेवाले इस गीत में धान की खेती के समय का उल्लास है. यह धान की...
More »खजाने की चिंता में बदली रणनीति, अब प्रोत्साहन राशि की घोषणा फसल आने के बाद
भोपाल। गेहूं, चना, मसूर, सरसों, प्याज, लहसुन और मूंग की फसल पर प्रोत्साहन राशि घोषित करने के बाद सरकार ने रणनीति में बदलाव किया है। अब फसल आने के बाद प्रोत्साहन राशि घोषित की जाएगी। बताया जा रहा है कि खजाने की स्थिति को देखते हुए इसकी घोषणा होगी। यही वजह है कि मूंग पर प्रोत्साहन राशि देने का खुलासा करने के बाद उड़द और धान की राशि का एलान...
More »क्या न्यायपालिका ही अंतिम आसरा है-- शशिशेखर
गुजरे हफ्ते जब सुप्रीम कोर्ट हुक्मरानों को लताड़ रहा था- आप भीड़ को इंसाफ करने का हक नहीं दे सकते, भीड़ की हिंसा रोकने के लिए कानून बनाइए और ऐसे मामलों से सख्ती से निपटिए, तो माननीय न्यायमूर्तिगण को मालूम न था कि सैकड़ों किलोमीटर दूर एक गुमनाम से शहर पाकुड़ में दूसरी पटकथा रची जा रही है। कुछ घंटे बाद हमने टीवी के परदे पर 78 साल के...
More »ये किस देश के लोग हैं!-- कुमार प्रशांत
अल्लामा इकबाल ने एक नज्म लिखी थी- ‘मेरा वतन वही है, मेरा वतन वही है!' मैं जितनी बार इस नज्म को पढ़ता हूं, उतनी बार भीतर से कोई पूछता है कि इकबाल ने तो अपने वतन की पहचान कर ली थी, तुम अपने वतन की पहचान क्या अौर कैसे करते हो? मैं जवाब नहीं दे पाता. मैं किस तरह अपने वतन को समझूं (या समझाऊं) कि जहां अकारण स्वामी अग्निवेश...
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