साल 2020 की शुरुआत में सामाजिक कार्यकर्ताओं और संबंधित अर्थशास्त्रियों ने साल 2020-21 के लिए गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (MGNREGS) के तहत कम से कम 1 लाख करोड़ रुपये के आवंटन की मांग की. लेकिन 1 फरवरी को वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए मनरेगा के तहत केवल Rs.61,500 करोड़ आवंटित किए. जोकि 2019-20 में मनरेगा पर खर्च किए गए फंड की तुलना...
More »SEARCH RESULT
इस महामारी ने भारत को 'अनिश्चितता की स्थिति' में डाल दिया है
-न्यूजक्लिक, केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शुक्रवार को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि राज्य के कुछ तटीय क्षेत्रों में सामुदायिक संक्रमण (community transmission) शुरू हो गया है। संक्षेप में, पिनाराई ने वही बात कह दी है,जिसे अखिल भारतीय स्तर पर 'बेहद गुप्त' रूप से छुपाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने एक ऐसे संवेदनशील मुद्दे को खुलकर सामने रख दिया है, जिसे दूसरे मुख्यमंत्री स्वीकार करने से बच रहे हैं। मगर,...
More »लॉकडाउन के समय दिल्ली में 53 फीसदी घट गया था प्रदूषण
-डाउन टू अर्थ, लॉकडाउन के समय दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 53 फीसदी तक घट गया था जबकि उसी समय मुंबई में 10 से 39 फीसद की गिरावट दर्ज की गई थी| यह जानकारी यूनिवर्सिटी ऑफ सरे द्वारा किये एक शोध में सामने आई है| जोकि अंतराष्ट्रीय जर्नल सस्टेनेबल सिटीज एंड सोसाइटी में प्रकाशित हुआ है| शोध के अनुसार यदि एशिया और यूरोप के शहरों पर नजर डालें तो दिल्ली में लगभग...
More »भगवान राम का भारतीय होना आरएसएस के लिए क्यों जरूरी है?
-न्यूजलॉन्ड्री, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भगवान राम और उनकी अयोध्या को लेकर हाल में जो बयान दिया है उससे भारतीय हिंदुओं का कट्टरपंथी और नस्लवादी तबका और उसके हितों को ऊर्जा देने वाले मीडिया का एक हिस्सा बेचैन और कंफ्यूज हो गया है. कंफ्यूजन की सबसे बड़ी वजह है कि कम्युनिस्ट ओली ने राम के अस्तित्व को खारिज नहीं बल्कि राम की सांस्कृतिक परंपरा को भारतीय हिंदुओं से झपटने...
More »33 लाख साल में तुलना में 2025 तक बहुत अधिक होगा कार्बन डाइऑक्साइड का स्तर
-डाउन टू अर्थ, कोरोनावायरस संक्रमण के दौरान दुनिया भर में सीओ2 के उत्सर्जन में कमी आने का दावा किया गया। इस दौरान दुनिया भर में ऊर्जा की मांग में व्यापक बदलाव हुआ। कई अंतरराष्ट्रीय सीमाएं बंद हो गईं और लॉकडाउन के कारण लोग अपने घरों तक सीमित हो गए। जिससे यातायात कम हो गया, उद्योग धंधों पर भी इसका प्रभाव पड़ा, जिससे खपत पैटर्न में भी बदलाव आया। लेकिन यह एक...
More »