नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने संसद में अर्थव्यवस्था की छमाही समीक्षा जारी करते हुए कहा है कि वित्त वर्ष 2014-15 में देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की ग्रोथ का अनुमान 5.5 फीसदी रखा है। जारी समीक्षा के मुताबिक, अब भी देश में निवेश की गति तेज नहीं है। ऐसे में जीडीपी की ग्रोथ 5.5 फीसदी रह सकती है। हालांकि, सरकार ने यह भी कहा कि वित्त वर्ष 2014-15 में...
More »SEARCH RESULT
विश्व राजनीति के दावं-पेच में चित हुआ कच्चा तेल
प्रभात खबर, भारत गंभीर आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहा है. रुपये में कमजोरी लगातार बनी हुई है. इसकी बड़ी वजह यह है कि व्यापार घाटा काबू में नहीं आ रहा है. शुक्र है कि कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट आ चुकी है, अन्यथा भारत के लिए वित्तीय संकट और गहरा हो जाता. भारत दुनिया के सबसे बड़े तेल आयातकों में शामिल है. वह अपनी जरूरत का 85 फीसदी...
More »भारत में घट सकती है 76 लाख टन अनाज की पैदावार
नई दिल्ली। दुनिया भर में फसलों पर बेमेल मौसम की मार पड़ने के कारण कहीं बुआई का रकबा घट गया तो कहीं जमीन की उत्पादकता घट गई। अमेरिकी एग्रीकल्चर डिपार्मेंट (USDA) ने सोमवार को जारी रिपोर्ट में अनुमान जताया है कि दुनिया भर में अनाज उत्पादन घट सकता है। USDA ने अपने ही अनुमानों को कम कर दिया है। उसने अक्टूबर में 246.90 करोड़ टन उत्पादन होने का अनुमान लगाया...
More »महंगाई से निजात की राह लंबी
मुंबई। रिजर्व बैंक का मानना है कि जमीनी स्तर पर महंगाई कम होने में अब भी वक्त लगेगा, क्योंकि इनपुट लागत ज्यादा है और खाद्य मुद्रास्फीति का इस तरह की बुनियादी चीजों से गहरा संबंध होता है। आरबीआई के डिप्टी गवर्नर एच आर खान ने कहा, "महंगाई से मुक्ति पाने की राह लंबी है।" खान एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि बाजार संभवतः हाल के दिनों की फौरी...
More »भूखे रहने को मजबूर क्यों अन्नदाता? - देविंदर शर्मा
पिछले लगातार तीन वर्षों से गेहूं की खेती करने वाले किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 रुपए प्रति क्विंटल की मामूली बढ़ोतरी पाते रहे हैं। यह गेहूं के किसानों को भुगतान किए जा रहे दामों में तकरीबन 3.6 फीसद की बढ़ोतरी को दर्शाता है। यदि इसकी तुलना सितंबर में केंद्रीय कर्मचारियों को दिए गए 7 फीसद अतिरिक्त महंगाई भत्ता से करें तो पता चलता है कि असंगठित क्षेत्र में किसानों...
More »