आगरा. यमुना एक्सप्रेस वे पर किसानों ने जाम लगा दिया है। वहां करीब आधा दर्जन गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, गढ़ीरामी गांव में बुधवार की दोपहर को किसानों की महापंचायत हो रही है। ये किसान जेपी ग्रुप द्वारा टाउनशिप के लिए बेची जा रही जमीन से आक्रोशित हैं। टप्पल, नोएडा के भी किसान इस महापंचायत में शामिल होने के लिए पहुंचे हैं। सैंकड़ों किसानों के जुटने के मद्देनजर...
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नौ किसानों ने दी सामूहिक आत्मदाह की धमकी
राजिम. ग्राम कोमा के 9 किसान खेत में बिजली कनेक्शन महीने भर के बाद भी नहीं मिलने से आक्रोशित है। उन्होंने विद्युत मंडल राजिम सहित थाना प्रभारी, तहसीलदार कार्यपालन यंत्री एवं चीफ इंजीनियर को लिखित ज्ञापन सौंपा जिसमें चेतावनी दी गई है कि यदि 28 फरवरी तक पंप चलाने बिजली कनेक्शन नहीं दिया गया तो वे 29 फरवरी को वे डिविजन आफिस पारागांव में सामूहिक आत्मदाह करेंगे। समीपस्थ ग्राम कोमा के...
More »असमानता की खाई पाटने का अवसर : हर्ष मंदर
खाद्य सुरक्षा विधेयक में भारत के लाखों गरीबों और वंचितों की नियति बदलकर रख देने की क्षमता है। दो साल चली बहस के बाद केंद्र सरकार ने इसे मंजूरी दी। खबरों से पता चला है कि प्रस्तावित कानून के संबंध में स्वयं कैबिनेट मंत्रियों की धारणाएं अलग-अलग थीं। इस पर हुई बहस में भारत में व्याप्त असमानता की संस्कृति की झलक भी मिली। यह भी पता चला कि इस कारण...
More »असमानता की खाई पाटने का अवसर : हर्ष मंदर
खाद्य सुरक्षा विधेयक में भारत के लाखों गरीबों और वंचितों की नियति बदलकर रख देने की क्षमता है। दो साल चली बहस के बाद केंद्र सरकार ने इसे मंजूरी दी। खबरों से पता चला है कि प्रस्तावित कानून के संबंध में स्वयं कैबिनेट मंत्रियों की धारणाएं अलग-अलग थीं। इस पर हुई बहस में भारत में व्याप्त असमानता की संस्कृति की झलक भी मिली। यह भी पता चला कि इस कारण...
More »जमीन से जुड़े जरूरी सवाल : हर्ष मंदर
स्वतंत्रता के इतने सालों के बाद भी लाखों देशवासी और उनके संघर्ष हमारी नजरों से ओझल हैं। भूमि अधिग्रहण और विस्थापन के कारण लाखों लोगों ने अनगिनत कष्ट सहे, लेकिन उनकी तकलीफों की कहानी कभी भी पूरी तरह सामने नहीं आई। ‘विकास’ की कीमत किसानों और खेतिहर श्रमिकों की अनेक पीढ़ियों को चुकानी पड़ी है। उन्हें बलपूर्वक अपनी धरती से बेदखल करने का अर्थ है अपने सबसे निर्धन अन्न उत्पादकों को सताना, ताकि...
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