नयी दिल्ली: खुदरा मुद्रास्फीति नवंबर में कई साल के निचले स्तर 3.63 प्रतिशत पर आ गई है. खाद्य वस्तुओं की मांग में गिरावट से खुदरा मुद्रास्फीति नीचे आई है. नोटबंदी की वजह से पैदा हुए नकदी संकट से उपभोक्ता मांग कमजोर पडी है. यह खुदरा मुद्रास्फीति का जनवरी, 2014 के बाद का निचला स्तर है. अगस्त, 2015 में यह 3.66 प्रतिशत पर थीं सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के...
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थोक मुद्रास्फीति दो साल के उच्चस्तर पर, अगस्त में 3.74 प्रतिशत
नयी दिल्ली : थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में बढकर 3.74 प्रतिशत पर पहुंच गई, जो इसका दो साल का उच्चस्तर है. दालों और विनिर्मित उत्पादों की कीमतों में बढ़ोतरी से थोक मुद्रास्फीति बढी है. हालांकि, इस दौरान सब्जियों की कीमतों में गिरावट भी आई. जुलाई में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति 3.55 प्रतिशत पर थी. अगस्त, 2015 में यह शून्य से 5.06 प्रतिशत नीचे थी. इससे पहले अगस्त,...
More »इस साल आर्थिक वृद्धि 7.6 प्रतिशत रहेगी: रिजर्व बैंक
मुंबई: भारत का निकट भविष्य में आर्थिक वृद्धि परिदृश्य पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले बेहतर नजर आता है और वर्ष 2016-17 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. रिजर्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है. बैंक की 2015-16 की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘वर्ष 2016-17 में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) वृद्धि 7.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है जो पिछले साल हासिल...
More »औद्योगिक वृद्धि नरम, जून में 22 महीने के उच्च स्तर पर पहुंची खुदरा मुद्रास्फीति
औद्योगिक उत्पादन में मई में 1.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई जो अर्थव्यवस्था में पुनरूद्धार का हल्का संकेत देता है। हालांकि, खुदरा मुद्रास्फीति जून में बढ़कर 5.77 प्रतिशत हो गयी जो कि 22 महीने का उच्च स्तर है। मुद्रास्फीति बढ़ने के बाद रिजर्व बैंक की तरफ से नीतिगत दर में कटौती की गुंजाइश कम हुई है। टिकाऊ उपभोक्ता सामान तथा विनिर्माण गतिविधियों में वृद्धि से औद्योगिक उत्पादन मई में 1.2 प्रतिशत बढ़ा...
More »महंगाई का नया दौर--- धर्मेन्द्रपाल सिंह
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने घोषणा कर दी कि चार सितंबर के बाद वे अपना पद छोड़ देंगे। उनके एलान से विदेशी निवेशक चिंतित हैं, उद्योग जगत में निराशा है और शेयर बाजार में घबराहट। राजन का कार्यकाल न बढ़े, इसके लिए कुछ लोगों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा रखा था। देश का केंद्रीय बैंक (आरबीआइ) ही मौद्रिक नीति निर्धारित करता है और फिर उसके माध्यम से...
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