देश के दक्षिणी प्रायद्वीप में जून 2023 में केवल 88 मिलीमीटर बारिश हुई, जो 1901 से लेकर अब तक के मौसमी इतिहास में सबसे कम रही। इससे पहले 1976 में 90.7 मिमी बारिश हुई थी। यह जानकारी 4 जुलाई 2023 को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा जून माह की क्लाइमेट समरी में दी गई है। आईएमडी के मुताबिक पूरे देश में दीर्घकालिक अवधि के औसत के मुकाबले लगभग 10 प्रतिशत कम...
More »SEARCH RESULT
मॉनसून के बावजूद बिहार में सूखे जैसे हालात, केंद्र ने बुलाई उच्च स्तरीय बैठक
डाउन टू अर्थ, 30 जून बेशक बिहार में मॉनसून पहुंच चुका है, लेकिन अभी भी राज्य में सूखे जैसे हालत बन गए हैं। 28 जून 2023 तक के बारिश के आंकड़े बताते हैं कि राज्य में सामान्य से 74 फीसदी कम बारिश हुई है। यह स्थिति तब है, जबकि पिछले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में बहुत अधिक बारिश हुई है। हालात बिगड़ते देख केंद्र की ओर से एक उच्च...
More »केरल में दक्षिण पश्चिम मॉनसून आने में थोड़ी देरी, चार जून को दे सकता है दस्तक: मौसम विभाग
डाउन टू अर्थ 16 मई भारतीय दक्षिण-पश्चिम मॉनसून जो भारत में फसल के लिए अहम है। इसकी शुरुआत केरल से होती है, जो गर्म और शुष्क मौसम को बरसात के मौसम में बदल देता है। जैसे-जैसे मॉनसून उत्तर की ओर बढ़ता है, कई इलाकों में पड़ रही चिलचिलाती गर्मी से लोगों को राहत महसूस होती है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून आमतौर पर एक जून को केरल में आता है यह लगभग सात दिन...
More »पश्चिमी विक्षोभ ने बदला अपना मिजाज, विशेषज्ञों ने जताई चिंता
डाउन टू अर्थ, 05 मई भारत में पिछले तीन साल से सर्दियों का मौसम सामान्य नहीं रहा है। इस देश में मॉनसून के बाद दूसरा सबसे अधिक नमी वाला मौसम, यानी जाड़ा असामान्य तौर पर सूखा और गर्म रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बीते साल का दिसंबर देश में अब तक का सबसे गर्म दिसंबर था। उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में पूरे साल की 30 फीसदी बारिश सर्दियों में होती...
More »पश्चिमी विक्षोभ हुआ सक्रिय, मई के महीने में पड़ने लगी ठंड, जानें पूरे देश के मौसम का हाल
डाउन टू अर्थ, 01 मई इस बार का ग्रीष्मकालीन मौसम अपने अलग-अलग तरह के रंग दिखा रहा है। जहां कुछ दिनों तक पारा हर दिन छलांग लगा रहा था लोगों को लू का प्रकोप झेलना पड़ रहा था, वहीं अब देश के अधिकतर हिस्सों में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश, ओलावृष्टि देखने को मिल रही है। मौसम विभाग ने इस रंग बदलते मौसम के पीछे कुछ हद तक पश्चिमी विक्षोभ को...
More »