रांची। इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला झारखंड में सामने आया है। वहां 17 साल की एक किशोरी ने सड़क पर बच्चे को जन्म दिया। लड़की के गर्भवती होने के बाद उसके परिवार और प्रेमी दोनों ने ही उसे अपनाने से इंकार कर दिया था। यहां तक कि स्वास्थ्य केंद्र कर्मचारियों ने भी उसकी सहायता करने से इंकार कर दिया। बिना किसी की मदद के वह सड़क पर बच्चे को...
More »SEARCH RESULT
स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा -- प्रो. योगेन्द्र यादव
स्वतंत्रता दिवस पर रेडियो गाना बजा रहा था- ‘आओ बच्चों तुम्हें दिखायें झांकी हिंदुस्तान की...' मेरा मन बार-बार गोरखपुर के उन बच्चों की तरफ जा रहा था, जो हिंदुस्तान की झांकी देखे बिना ही विदा हो गये. बिना इस मिट्टी से तिलक किये, बस ऑक्सीजन की कमी से दम तोड़ गये. ...ये धरती है बलिदान की! मैं सोचने लगा. काश स्वास्थ्य के मुद्दे पर राजनीति होती! काश सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य...
More »कोई तो महसूसे मौतों की शर्म!-- कृष्णप्रताप सिंह
उत्तर प्रदेश में गोरखपुर स्थित बाबा राघव दास मेडिकल काॅलेज में आॅक्सीजन के अभाव में पांच दिनों में पांच दर्जन से ज्यादा बच्चों की मौतों के बाद शोक, क्षोभ व रोष की लहरें थामे नहीं थम रहीं. इसके बावजूद कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने द्वारा घोषित उच्चस्तरीय जांच के नतीजों का इंतजार किये बिना ही काॅलेज के प्राचार्य को निलंबित करा दिया और एेलान किया है कि दोषियों के...
More »किसानों को चाहिए साहसिक सुधार-- आलोक रंजन
देश के ज्यादातर राज्य गंभीर कृषि संकट की गिरफ्त में हैं। किसानों का असंतोष व उनकी बेचैनी दिनोंदिन आक्रामक होती जा रही है। मध्य प्रदेश के मंदसौर में जो कुछ हुआ, वह हमारे नीति-नियंताओं के लिए एक झकझोर देने वाला वाकया था। यह कोई छिपी हुई बात नहीं है कि किसानों को उनकी फसलों का सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है। उनकी आमदनी नहीं बढ़ रही है। दालों और...
More »छह लाख पेंशनधारी फर्जी अब खाते में जायेगी राशि
पटना : प्रदेश में छह लाख पेंशनधारी फर्जी हैं, जिन्हें अब किसी प्रकार की पेंशन की राशि नहीं दी जायेगी. इसका खुलासा शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित समाज कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक में हुआ. बैठक में दिव्यांगों की सुविधा के लिए हर अनुमंडल में बुनियादी केंद्र खोलने और राज्य भर में मोबाइल थेरेपी वैन चलाने का निर्णय लिया गया. वहीं, महिलाओं, दिव्यांगों, बुजुर्गों के...
More »