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समस्याएं कम नहीं हैं और उनसे हार मानने वाले भी। देश में दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों और आत्महत्

समस्याएं कम नहीं हैं और उनसे हार मानने वाले भी। देश में दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों और आत्महत्याओं के 2011 के आंकड़ों की मानें, तो हर चार मिनट में एक व्यक्ति यहां अपनी जीवनलीला समाप्त कर लेता है और आत्महत्या करने वाले पांच लोगों में से एक गृहिणी होती है। सरकार द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार 2011 में इससे पिछले साल के मुकाबले 0.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 2010 में...

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तलाक की वजह से आत्महत्या के मामले बढ़े: रिपोर्ट

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तलाक और करियर संबंधी समस्याओं जैसी वजहों से ज्यादा लोग आत्महत्या कर रहे हैं. एनसीआरबी का कहना है कि वर्ष 2011 में हर घंटे कम से कम 16 लोगों ने आत्महत्या की और ऐसा करने वाले लोगों की कुल संख्या 1.35 लाख थी. इससे जुड़ी ख़बरें      रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से एक चौथाई मामलों में पारिवारिक...

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तलाक की वजह से आत्महत्या के मामले बढ़े

नयी दिल्ली : नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तलाक और करियर संबंधी समस्याओं जैसी वजहों से ज्यादा लोग आत्महत्या कर रहे हैं. वर्ष 2011 में हर घंटे कम से कम 16 लोगों ने आत्महत्या की और ऐसा करने वाले लोगों की कुल संख्या 1.35 लाख थी. भारत की रिपोर्ट रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से एक चौथाई मामलों में पारिवारिक समस्याएं आत्महत्या...

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समूचा झारखंड बुधनी है, पर वह कहां है किसी को पता नहीं!- अश्विनी कुमार पंकज

बारह वर्षों के झारखंड में आज अगर हूल की प्रासंगिकता समझनी हो तो बुधनी को जानना जरूरी है। हालांकि सांस्कृतिक अतिक्रमण और हमले से गुजर रहे आज के झारखंड में अब ‘बुधनी’ जैसे ठेठ आदिवासी नाम नहीं मिलते हैं फिर भी रजनी, रोजालिया, रजिया जैसे नामों वाली आदिवासी स्त्रियां रोज ‘बुधनी’ बनने के लिए अभिशप्त हैं। कौन है यह बुधनी और ‘हूल’ के संदर्भ में उसकी चर्चा क्यों जरूरी है?...

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दर्द न कोई सुननेवाला है और न समझनेवाला ।। संजय मिश्र की प्रस्तुति।।

लोकल गवर्नेस में कैसे सुधार हो सकता है, इस सवाल को लेकर हम एक एसडीओ से रू-ब-रू थे. उन्होंने अपने हिसाब से सुधार के उपाय बताये. उनकी व्यथा थी कि चीजों को सही तरीके से नहीं देखा जा रहा. प्रस्तुत है दूसरी किस्त. हमारी मुलाकात बहुत ही दिलचस्प एसडीओ से हो रही थी. बातचीत के लिए एसडीओ ने अपने आवास पर ही बुला रखा था. इस मुलाकात से पहले हमने पूरा होमवर्क भी किया था. सुबह...

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