आजादी के बाद भारत में गरीबी रेखा तय करने की दिशा में उठाये गये विभिन्न कदमों की सूची में पिछले कुछ वर्षो के दौरान संचालित सामाजिक, आर्थिक व जाति सर्वेक्षण का महत्वपूर्ण स्थान है. इसमें पहली बार किसी परिवार की सामाजिक पहचान को तरजीह दी गयी है. देश में लंबे अरसे से ऐसी मान्यता रही है कि गरीबी की मार कुछ सामाजिक श्रेणियों को ज्यादा ङोलनी पड़ती है, जिनमें से...
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नहीं बनवाया शौचालय तो बेटी ने कर ली आत्महत्या
एक आंखें खोलने वाली घटना में झारखंड के दुमका में कालेज जाने वाली एक लड़की ने कथित तौर पर घर में शौचालय बनाने की मांग ठुकराए जाने के बाद आत्महत्या कर ली। यह घटना ऐसे समय हुई है जब केंद्र सरकार ने ‘स्वच्छ भारत अभियान' छेड़ रखा है और उसका जोर शौचालयों के निर्माण पर है। पुलिस के मुताबिक, 17 साल की खूबू कुमारी ने यहां के घोसला के शास्त्री नगर...
More »गांव की जनसंख्या 400 इनमें से 100 की हुई कैंसर से मौत
अहमदाबाद। कैंसर की बीमारी के नाम से बड़े-बड़े लोगों का हाजमा बिगड़ जाता है। यहां गुजरात के मेहसाणा जिले की बहुचराजी तहसील के प्रतापगढ़ गांव के 35 प्रतिशत लोग कैंसर की बीमारी से पीड़ित है। यहां इस गांव की कुल जनसंख्या 400 है। इनमें से 100 की इस बीमारी से मौत हो गई । यू तों कैंसर से मौत की घटनाओं में सभी जगह बढोत्तरी हुई है। लेकिन इस छोटे...
More »न्यूनतम सरकार अधिकतम शोषण- के सी त्यागी
श्रमिकों के शोषण का लंबा इतिहास रहा है। इसके विरुद्ध श्रमिकों ने समय-समय पर आवाज उठाई। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रम कानून बने। मजदूर संगठित हुए, उन्हें अधिकार मिले, स्वतंत्रता मिली, सामाजिक सुरक्षा का दायरा बढ़ा। इसका असर हमने भारत में भी देखा। लेकिन नई औद्योगिक नीति और उदारीकरण का दौर परवान चढ़ने के साथ ही श्रमिक फिर शोषण का शिकार हुए। उनका सामाजिक दायरा घटा, अधिकार सिकुड़ते चले गए। इसी...
More »देश में ग्रामीण और शहरी इलाकों में 24.39 करोड़ परिवार
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने शनिवार को देश के सामाजिक और आर्थिक आधार पर की गई जनगणना के आंकड़े जारी किए। वित्त मंत्री अरुण जेटली व ग्रामीण विकास राज्य मंत्री ने सामाजिक-आर्थिक जनगणना के आंकड़े पेश किए। हालांकि, सरकार ने जातिगत आधार पर की गई जनगणना के आंकड़े जारी नहीं किए। इस दौरान वित्तमंत्री हुए अरुण जेटली ने दावा किया कि यह एक शानदार दस्तावेज होगा। इससे भारत की हकीकत पता...
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