जयपुर/जैसलमेर. जैसलमेर में लोग रेत की रग-रग में पानी की बूंदें सहेजना जानते हैं। पानी की हर बूंद के उपयोग की परंपरा यहां सदियों पुरानी है। लोग खाट पर बैठकर नहाते हैं। नीचे इकट्ठा किए पानी को घर व बर्तन धोने जैसे कामों में लेते हैं। तीन तरह का पानी रखते हैं। पीने के लिए मीठा। रसोई के लिए कम खारा और अन्य कामों के लिए खारा। करीब हर घर में...
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सूख गये सब ताल-तलैया, दगा दे रहा चापाकल
उजियारपुर। 'यहां तक आते-जाते सूख जाती है कई नदियां, हमें मालूम है कि पानी कहां ठहरा होगा।' कवि दुष्यन्त की यह पंक्ति प्रखंड में बढ़ रहे जलसंकट और गिरते जलस्तर पर मुरीद बैठता है। प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में सूख रहे चापाकल, तालाब व नदियों को देखकर भीषण पेयजल का संकट उत्पन्न शुरू हो गया है। चांदचौर शंकर चौक की हालात इतने बदतर हैं कि एक मात्र तारापंप से पांच...
More »सिमट सिमट जल भरहिं तलाबा- अनुपम मिश्र
आज हर बात की तरह पानी का राजनीति भी चल निकली है। पानी तरल है, इसलिए उसकी राजनीति भी जरूरत से ज्यादा बहने लगी है। देश का ऐसा कोई हिस्सा नहीं है, जिसे प्रकृति उसके लायक पानी न देती हो, लेकिन आज दो घरों, दो गांवों, दो शहरों, दो राज्यों और दो देशों के बीच भी पानी को लेकर एक न एक लड़ाई हर जगह मिलेगी। मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि...
More »फिर जिंदा होंगे तालाब
पानीपत. जिले में अब पशुओं के लिए पीने व नहाने के पानी का संकट नहीं रहेगा। प्रशासन ने 36 तालाबों का कायाकल्प शुरू कर दिया है। मनरेगा के तहत इन तालाबों की सफाई व खुदाई का काम चालू कर दिया है। तालाबों की दशा सुधारने के लिए करीब 55 लाख 29 हजार 174 रुपए खर्च किए जाएंगे। सबसे ज्यादा पानीपत ब्लाक में 12 तालाबों की सफाई व खुदाई का काम...
More »दो महीने और 15 हजार पेड़!
गुड़गांव। नगर निगम द्वारा गांव नाथूपुर के पास अरावली पहाड़ी में बनाए जा रहे बायोडायवर्सिटी पार्क में फरवरी-मार्च के दौरान 15000 पौधे लगाए जाएंगे। पार्क के रख-रखाव पर प्रति माह 4 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। जल संग्रहण के लिए बरसात के दौरान तालाब बनाए जाएंगे। मानसून से पहले 6-7 वाटर बॉडी पार्क बनाए जाएंगे। गुरुवार को बायोडायवर्सिटी पार्क सोसायटी की दूसरी मासिक बैठक में इस संबंध में प्रस्ताव पारित किया गया।...
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