राष्ट्रमंडल खेल दिल्ली को दुनिया के बेहतरीन खेल शहरों में शामिल कर जायेंगे. यह अभी तक के सबसे मंहगे राष्ट्रमंडल खेल होंगे. यह अभी तक के सबसे सुरक्षित राष्ट्रमंडल खेल भी होंगे. राष्ट्रमंडल खेलों के सफ़ल आयोजन के साथ ही भारत को एक ओर्थक महाशक्ति के रूप में पेश कर सकेंगे. रुकिए-रुकिए. बड़े-बड़े दावों के बीच से कहीं यह उपलब्धि भी छूट न जाये कि मजदूरों के नाम पर उपकर के...
More »SEARCH RESULT
नक्सल प्रभावित सरगुजा में विकास की कवायद
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सरगुजा क्षेत्र में सड़कों के विकास के लिए केंद्र सरकार ने लगभग आठ सौ करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, वहीं राज्य सरकार इस क्षेत्र में आईटीआई और पालीटेक्निक कालेज खोलने जा रही है। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को बताया कि राज्य सरकार के प्रस्तावों पर केंद्र सरकार ने सरगुजा जिले में लगभग आठ सौ किमी से अधिक लंबाई की विभिन्न सड़कों के निर्माण के लिए...
More »विद्रोह के केंद्र में दिन और रातें
जाने-माने मानवाधिकार कार्यकर्ता और ईपीडब्ल्यू के सलाहकार संपादक गौतम नवलखा तथा स्वीडिश पत्रकार जॉन मिर्डल कुछ समय पहले भारत में माओवाद के प्रभाव वाले इलाकों में गए थे, जिसके दौरान उन्होंने भाकपा माओवादी के महासचिव गणपति से भी मुलाकात की थी. इस यात्रा से लौटने के बाद गौतम ने यह लंबा आलेख लिखा है, जिसमें वे न सिर्फ ऑपरेशन ग्रीन हंट के निहितार्थों की गहराई से पड़ताल करते हैं, बल्कि माओवादी...
More »मिश्रित खेती को बचाने की जरूरत: पीएम
पंतनगर [जागरण संवाददाता]। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि उत्तराखंड की पारंपरिक फसलों का संरक्षण और मिश्रित खेती की पद्धति को बचाने और इसके विकास की आवश्यकता है। उन्होंने मुख्य फसल के साथ अन्य फसलों को बचाने के लिए जैव विविधता को उत्तम उपाय बताते हुए इसको बढ़ावा देने और शोध पर बल दिया। वे शनिवार को गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के 26 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित...
More »जेल की चारदीवारी के भीतर साक्षरता की अलख
विकास सैनी, रोहतक: सुबह का समय, तीन दर्जन हर आयु के शख्स और वहां गूंजता क, ख, ग का शोर। यहां जिक्र किसी स्कूल-कालेज की क्लास का नहीं हो रहा है, बल्कि जेल की चारदीवारी के भीतर लगने वाली पाठशाला का हो रहा है। जेल में साक्षरता की अलख जगाने वाले शख्स का नाम संजीव है। संजीव पेशे से अधिवक्ता है और इन दिनों जेल में बंद है। वे भारतीय...
More »