चेन्नई, पांच जुलाई (एजेंसी) रिजर्व बैंक ने देश में दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों तक बैंकिंग सेवायें पहुंचाने के लिये बैंकों से कम लागत वाली छोटी ग्राम शाखा का कारगर माडल विकसित करने को कहा है। रिजर्व बैंक के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने कल शाम यहां इंडियन ओवरसीज बैंक के एक कार्यक्रम में कहा ‘‘मेरा मानना है कि गांव में खोली जाने वाली एक किफायती बैंक शाखा के माडल पर काम करने की आवश्यकता...
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रेणुका बांध का विवाद सुलझाने को तीन राज्य तैयार- प्रकाश पालीवाल
शिमला. रेणुका डैम को लेकर आई तमाम बाधाएं अब दूर होने वाली हैं। इस मसले पर हिमाचल, दिल्ली और उत्तराखंड राज्य के मुख्य सचिवों के बीच 5 जुलाई को दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक होने जा रही है। दिल्ली की प्यास बुझाने के लिए तैयार किए जा रहे इस प्रोजेक्ट से सिर्फ 40 मेगावाट बिजली ही पैदा करने का टारगेट रखा गया है। हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन इस बांध के निर्माण...
More »शुद्ध पेयजल के लिए 400 करोड़ : प्रेम
भागलपुर : तीन साल के अंदर शहर के सभी घरों को शुद्ध पेयजल मिलने लगेगा. प्रक्रिया अंतिम चरण में है. अब ग्राउंड वाटर का दोहन नहीं होगा. ‘सरफेस वाटर यूटीलाइजेशन’ योजना के तहत भागलपुर में 400 करोड़ रुपये खर्च किये जायेंगे. उक्त बातें नगर विकास एवं आवास मंत्री प्रेम कुमार ने कही. वे बुधवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने बताया कि जिन-जिन शहरों से होकर गंगा नदी गुजरती है, वहां...
More »आप कितने सही हैं, डॉ सिंह?- पी साईनाथ( अनुवाद-मनीष शांडिल्य)
प्रिय प्रधानमंत्री जी, मुझे यह जानकर खुशी हुई कि सुप्रीम कोर्ट को ‘‘सम्मानपूर्वक’’ फटकारते हुए आप ने कहा है कि अनाज, सड़ते हुए खाद्यान्न का निपटारा जैसे सभी सवाल नीतिगत मामले हैं. आप बिल्कुल सही कह रहे हैं और बहुत दिनों बाद ऐसा किसी ने कहा है. ऐसा कर आप संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सार्वजनिक बयानबाजी में ईमानदारी लाने की एक छोटी-सी कोशिश कर रहे हैं, जिसकी बहुत कमी महसूस की जा रही थी. बेशक यह...
More »कड़वे बादाम : दिल्ली के बादाम उद्योग में मज़दूरों का शोषण
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज़ कोने में बसी हुई, शोर-ग़ुल और चहल-पहल भरी करावलनगर की बस्ती, अनौपचारिक क्षेत्र के उद्यमों का एक उभरता हुआ केन्द्र है, जहाँ बड़ी संख्या में प्रवासी मज़दूर और उनके परिवारों को रोज़गार मिलता है। ये उद्यम किसी भी मानक से छोटे नहीं है। वैश्विक सम्बन्धों की जटिल श्रृंखला में बँधे ये उद्यम, सालभर चालू रहते हैं और हज़ारों मज़दूरों के रोज़गार का स्रोत हैं। कई करोड़...
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