डबरा/भितरवार। डबरा और भितरवार विकासखंड में 509 बच्चे अतिकुपोषित श्रेणी में शासकीय रिकॉर्ड के अनुसार दर्ज हैं, लेकिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर निर्धारित मेन्यू के अनुसार पोषण आहार नहीं दिया जा रहा है। भितरवार में 309 और डबरा विकासखंड में 200 बच्चे अतिकुपोषित हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर न तो बच्चों को नियमित खाना दिया जाता है न ही उनकी देखभाल की कोई व्यवस्था है। इतना ही नहीं प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर करीब...
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कुपोषण दूर करने के लिए अब महिलाओं को एक टाइम मिलेगा भोजन
भोपाल। कुपोषण से हुई बच्चों की मौत से बैकफुट पर आई सरकार अब इस समस्या से लड़ने के लिए महिलाओं पर फोकस करेगी। इसके लिए गर्भवती और बच्चों को दूध पिलाने वाली धात्री माताओं को एक टाइम का भोजन मुहैया कराया जाएगा। पहले इसे सिर्फ 89 आदिवासी बहुल विकासखंडों में लागू करने की तैयारी थी लेकिन इसे अब प्रदेशभर में लागू किया जाएगा। महिला एवं बाल विकास विभाग योजना के...
More »स्वच्छता, समाज और सरकार-- सुभाष गताडे
एक सौ पांच साल की कुंवर बाई, जिन्होंने अपनी बकरियां बेच कर शौचालय का निर्माण कराया, ‘स्वच्छता दिवस' के अवसर पर दिल्ली में सम्मानित की जाएंगी। खबरों के मुताबिक कुंवर बाई ने कोटाभररी नामक अपने गांव (जिला राजनांदगांव) में स्त्रियों को खुले में शौच जाने की असुविधा से बचाने के लिए यह निर्माण कराया। बेशक कुंवर बाई का सरोकार व त्याग काबिले-तारीफ है और उनको स्वच्छता दूत नियुक्त किया जाना,...
More »मध्यान्ह भोजन की क्वालिटी इतनी घटिया कि आधे बच्चे नहीं खाते
दुर्ग। दुर्ग शहर के सरकारी स्कूलों में परोसे जा रहा मध्यान्ह भोजन की क्वालिटी इतनी घटिया है कि आधे बच्चे नहीं खाते। जिला शिक्षा अधिकारी के पास स्कूलों से इसकी शिकायत आई है। शिकायत के बाद स्कूलों से इसका सत्यापन करवाया जा रहा है। दुर्ग शहर के 56 प्राइमरी और मिडील स्कूल में सखी सहेली महिला स्वसहायता समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन वितरण किया जा रहा है। यहां के करीब 5400 बच्चों...
More »मर्दाना पर्सनल लॉ बोर्ड-- नासिरुद्दीन
एक बार फिर ऑल इंडिया मुसलिम पर्सनल लॉ बोर्ड सुर्खियों में है. और इतिहास गवाह है कि पर्सनल लॉ बोर्ड के सुर्खियों में आने की ज्यादातर एक ही वजह होती है. वह है, मुसलिम महिलाएं. एक बैठकी में तीन तलाक, भरण पोषण, मर्दों की एक साथ कई शादियां जैसी एकतरफा मर्दाना हकों के खिलाफ पिछले कुछ महीनों में महिलाओं की आवाज तेज हुई है. ये आवाजें सुप्रीम कोर्ट की चौखट...
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