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लॉकडाउन की वजह से बहुत सी जानें ऐसी गईं जिन्हें बचाया जा सकता था, इनमें मजदूरों की संख्या सबसे ज्यादा

-गांव कनेक्शन,  कोरोना महामारी से लोगों की जान बचाने के लिए लगभग पूरा देश बंद है। इसी बंदी (लॉकडाउन) में लाखों वे लोग भी फंसे हैं, जिनका जहां पर हैं वहां रहना उनके लिए संभव नहीं है। प्रवासी कामगारों, मजदूरों की वापसी पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में है। श्रमिक स्पेशल ट्रेन चली हैं, बसें चलाई गईं हैं, लेकिन इन सबके बीच एक रिपोर्ट में सामने आया है कि लॉकडाउन...

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कोरोना टैक्स : दिल्ली में शराब खरीदने वालों को 70 फीसदी एक्स्ट्रा देना होगा

-सत्याग्रह,  दिल्ली सरकार अब शराब पर 70 फीसदी अतिरिक्त टैक्स वसूलेगी. यानी शराब की किसी बोतल का दाम 1000 रु है तो दिल्ली वालों को इसके लिए 1700 रु चुकाने होंगे. अरविंद केजरीवाल सरकार ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि पुलिस सुबह नौ बजे से शाम साढ़े छह बजे तक शराब की दुकानें खोले रखने की इजाजत दे. 40 दिन से भी ज्यादा के लॉकडाउन के बाद सोमवार से...

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कोरोना महामारी के बीच क्या कश्मीर में बढ़ रहे हैं चरमपंथी हमले?

-बीबीसी, 3 मई 2020 को भारतीय सेना के एक कर्नल, मेजर और जम्मू और कश्मीर पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर समेत सुरक्षा बलों के पांच लोग एक मुठभेड़ में मारे गए. यह मुठभेड़ भारत प्रशासित कश्मीर के उत्तरी हिस्से में हंदवाड़ा में हुई जो कि कुपवाड़ा जिले में आता है. इस मुठभेड़ में दो चरमपंथी भी मारे गए. यह एनकाउंटर शनिवार दोपहर को शुरू हुआ था. पुलिस के बयान में कहा गया है कि...

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KYC के नाम पर हजारों गरीबों के खाते बंद, जो भी दो-चार हजार बैंक में हैं उसे भी निकालना हुआ मुश्किल

जनज्वार,  लॉकडाउन के दौरान इलाहाबाद बैंक की अहरौरा ब्रांच के सामने लंबी-लंबी कतार देखने को मिल रही है. जहां सोशल डिस्टेंसिग का नियम लागू कराने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं. ये लोग बैंक के टॉप मैनेजमेंट द्वारा लिए एक ऐसे फैसले से परेशान है. 23 अप्रैल को अचानक हजारों खातों को सीज कर दिया गया. बैंक का कहना था कि ट्रांजेक्शन न होने और केवाईसी न होने के चलते खाते...

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लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के सामने खाने का संकट, मानवाधिकार संगठनों ने मांगा सबके लिए मुफ्त राशन

-गांव कनेक्शन,  "हम अगले 20 दिन क्या, 50 दिन भी यहीं रूक जाएं, लेकिन हमें खाने के लिए राशन-पानी तो मिले," लॉकडाउन बढ़ने के सवाल पर हेमंत पोद्दार कहते हैं। हेमंत (30 वर्ष) बिहार के कटिहार जिले के निवासी हैं और मुंबई के बांद्रा इलाके में रहकर निर्माण मजदूर का काम करते हैं। उनके साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड के लगभग 600 मजदूर उनके इलाके में रहते हैं, जिसका...

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