रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले दो सालों में 15 लाख से भी ज्यादा किसानों के फसलों का बीमा कराया गया है, जिसमें से दो लाख किसानों को 68 करोड़ रुपए की क्षतिपूर्ति मिली है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि छत्ताीसगढ़ में पिछले दो सालों में यहां के 15 लाख 25 हजार किसानों के रबी और खरीफ की फसलों का 173 करोड़ 46 लाख रुपए से अधिक राशि का बीमा कराया गया है।...
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हाथी ने पटक पटक कर किसान को मार डाला
रायगढ़। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के बगीचा क्षेत्र में जंगली हाथी ने एक अधेड़ किसान की सूढ़ से पटक-पटक कर मार डाला और उसकी पत्नी ने तालाब में कूदकर अपनी जान बचाई। पुलिस के अनुसार बीती रात छाताबार टागरटोली में हाथियों के दल ने खलिहान में रखी फसल की रखवाली कर रहे एक किसान दम्पत्ति पर रात में हमला कर दिया। रूद्र यादव (52) को हाथियों ने वहीं पटक - पटक कर...
More »राज्य में 16.32 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वर्तमान रबी मौसम में अभी तक 16.32 लाख हेक्टेयर रकबे में रबी फसलों की बुवाई पूरी हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि चालू रबी मौसम के दौरान छत्तीसगढ़ में अब तक 16 लाख 32 हजार हेक्टेयर से अधिक रकबे में गेहूं, चना, मटर, सरसों और अलसी सहित रबी की विभिन्न फसलों की बुवाई पूरी हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य में इस...
More »हलक ही नहीं, पेट पर भी आफत
मुजफ्फरपुर। अप्रैल की शुरुआती गर्मी ने मनुष्य व जानवरों के हलक ही नहीं पेट पर भी आफत ला दी है। पिछले साल आए सूखे के कारण इस साल जिले के ताल-तलैया सूख गए। सरैया प्रखंड की हालत तो यह है कि जलसंकट के कारण अब धोबी कपड़ा नहीं धो पा रहे और इनपर रोटी का संकट है। गंडक नहर भी पांच माह से सूखी है। दियारा क्षेत्र में वन्य प्राणी प्यास से तड़प रहे हैं।...
More »का बरखा जब कृषि सुखाने
रामगढ़ [कैमूर]। जनप्रतिनिधियों की नजरअंदाजी तथा शासन-प्रशासन के आला अफसरों की कथित तुगलकी नीतियों के चलते कैमूर जिले के रामगढ़ क्षेत्र के किसानों पर, ..का बरखा जब कृषि सुखाने वाली कहावत एकदम सटीक बैठ रही है। किसानों को जब दरकार थी तब पानी छोड़ा ही नहीं गया और अब जब कृषि कार्य के लिए आवश्यकता नहीं तो नहर में पानी ही पानी दिखने लगा। खून पसीना एक करके किसानों ने किसी तरह गेहूं की...
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