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ऐसी क़र्ज़माफ़ी करके योगी सरकार किसानों के जख़्मों पर नमक रगड़ रही है-- कृष्णप्रताप सिंह

देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में गत मार्च में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से सत्ता में आई भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार छह महीने की होते-होते ही बुरी तरह हांफने लगेगी, इसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो.   लेकिन उसके दुर्भाग्य से इस कल्पनातीत सच्चाई ने, उसके छह महीने पूरे होने से पहले ही ऐसा रूप धर लिया है कि एक के बाद एक बदनामियां...

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कौन थीं ‘फायर ब्रांड’ पत्रकार गौरी लंकेश, जिनके तर्कवादी विचार ने बना दिये उनके दुश्मन?

बेंगलुरु : बेंगलुरु में मंगलवार रात ‘फायर ब्रांड' पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या कर दी गयी. उनकी हत्या उनके आवास के बाहर हुई. गौरी लंकेश की पहचान एक व्यवस्था विरोधी पत्रकार की थी, जो गरीबों और दलितों की हितैषी थीं. साथ ही उन्हें हिंदुत्वादी राजनीति का कट्टर विरोधी माना जाता था. कन्नड़ पत्रकारिता में कुछ महिला संपादकों में शामिल गौरी प्रखर कार्यकर्ता थीं जो नक्सल समर्थक थीं और वामपंथी विचारों...

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1 रुपए 57 पैसे के चारे में पेट भरती हैं गौशाला की गायें

ग्वालियर। मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार है, लेकिन इसके बाद भी प्रदेश की 586 गौशालाओं में रहने वाले 1 लाख 41 हजार गौवंश के खाने का बजट चिड़िया के चुग्गे से भी कम है। प्रदेश की गौशालाओं में रहने वाली गाय प्रतिदिन सरकार के दिए जाने वाले 1 रुपए 57 पैसे से अपना पेट भरती है। यह जानकारी गौसंवर्धन बोर्ड के बजट और गौशालाओं में रहने वाली गायों के खाने...

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अंधविश्वास व अंधभक्ति का बाबा -- आशुतोष चतुर्वेदी

जो व्यक्ति बड़ी-बड़ी विदेशी कारों में चलता हो, फिल्में बनाता हो, उनमें हीरो की भूमिका भी खुद ही निभाता हो, खुद को बाबा कम रॉक स्टार अधिक मानता हो, जिस पर रेप का आरोप सिद्ध हो गया हो, जिसकी जीवनशैली राजा महाराज की तरह हो, जिसमें आध्यात्मिक गुरू का कोई तत्व न हो, ऐसा व्यक्ति क्या बाबा कहलाने लायक है? रेप के आरोप में राम रहीम को दोषी करार...

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धर्म, राजनीति और हिंसा-- रविभूषण

अस्सी के दशक के मध्य से 'धर्मगुरुओं' की संख्या जिस प्रकार बढ़ी है, उसने एक साथ कई प्रकार की चुनौतियां और समस्याएं खड़ी कर दी हैं. ये समस्याएं वस्तुत: कानून-व्यवस्था और प्रशासन से संबंधित हैं.       29 अप्रैल, 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना एक सामाजिक संगठन के रूप में की गयी थी. सामाजिक संगठन हों या सांस्कृतिक संगठन, बाद में चलकर इन सबके कार्य-व्यापार और तौर-तरीके भिन्न हो गये. बलूचिस्तान...

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