SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 497

मिट्टी में दब गया एक गाँव

महाराष्ट्र के पुणे ज़िले के एक आदिवासी गांव में भूस्खलन के बाद मलबे में से दस लोगों को निकाला जा चुका है जबकि इसमें दबकर कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई है. ये हादसा पुणे से लगभग 100 किलोमीटर दूरी पर आंबेगांव तालुका में स्थित मालीण गांव में हुआ. ये गांव 50 मीटर के दायरे में फैला हुआ है. इस गांव में करीब 70 घर बताए जा रहे हैं...

More »

बजट बाद वित्त मंत्री के नाम एक खत...गोविन्दो भट्टाचार्य

प्रिय वित्त मंत्री, यह आपकी सरकार का पहला बजट था। जनता ने भारी-भरकम जनादेश देकर आपको यह मौका दिया। पिछले शासन से अलग हटकर आपने जनता से बदलाव और बिना किसी खैरात के विकास करने का वादा किया था। वित्त मंत्री जी क्या हुआ इन वादों का? तीस सालों में पहली बार आपकी पार्टी पूरी तरह से बहुमत में आई। यह राष्ट्र बखूबी जानता है कि पिछली सरकार ने अपने शासन में...

More »

पांच वर्षो में 32,199 गांव पक्की सड़कों से जुड़ेंगे

पटना : बिहार के 32, 199 गांव अगले पांच वर्षो में बारहमासी एकल पक्की सड़कों से जुड़ेंगे. यह घोषणा बुधवार को विधानसभा में ग्रामीण कार्य मंत्री श्रावण कुमार ने विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान की. सदन ने ध्वनिमत से विभाग की 12 अरब, 92 करोड़, 86 लाख और 10 हजार की अनुदान मांगे पारित कर दी. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष सदन से वाकआउट कर...

More »

उप्र का पहला सौ फीसद शौचालय वाला गांव बनेगा कटरा

बदायूं, ब्‍यूरो। दो किशोरियों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी। गंगा कटरी का सआदतगंज सूबे का पहला ऐसा गांव बनेगा, जहां हर घर में शौचालय होगा। इस अभियान की शुरुआत की है सुलभ इंटरनेशनल ने। कार्य पूरा होने पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह को कटरा सआदतगंज बुलाने की योजना है। साथ ही सुलभ इंटरनेशनल अन्य गांवों में भी शौचालय बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके लिए सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. बिंदेश्वर...

More »

स्मार्ट सिटी एक सौ, और गांव?- कृष्ण प्रताप सिंंह

नयी सरकार को समझना चाहिए कि गांवों ने पिछली सरकार को अपनी क्रूर नासमझी में समझने से मना कर दिया था कि जस के तस पड़े बदहाली पर रोते गांव यदि स्मार्ट नहीं होंगे, तो वे शहरों को भी स्मार्ट नहीं ही होने देंगे. गांवों के इस देश के नये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिलहाल देश में सौ स्मार्ट सिटी चाहिए! इस बात को वे आजकल विभिन्न अवसरों पर बार-बार दोहरा...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close