देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में गत मार्च में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से सत्ता में आई भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार छह महीने की होते-होते ही बुरी तरह हांफने लगेगी, इसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो. लेकिन उसके दुर्भाग्य से इस कल्पनातीत सच्चाई ने, उसके छह महीने पूरे होने से पहले ही ऐसा रूप धर लिया है कि एक के बाद एक बदनामियां...
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योगी सरकार की 'दरियादिली': किसानों के 10 रुपए से 38 रुपए तक किया माफ
वैसे तो योगी सरकार के फसल ऋणमोचन योजना के तहत लघु और सीमांत किसानों के एक लाख रुपए तक के कर्ज माफ होने हैं. लेकिन यूपी के हमीरपुर जिले में सोमवार को किसानों के साथ भद्दा मजाक किया गया. यहां फसल ऋणमोचन योजना के अंतर्गत कई किसानों को महज 10 रुपए, 38 रुपए, 221 रुपए और 4000 रुपए के कर्जमाफी का प्रमाण पत्र सौंपा गया. सरकार के इस मजाक से...
More »फंसे हुए कर्ज से निजात की नई कवायद-- सतीश सिंह
सरकार ने अध्यादेश के जरिए रिजर्व बैंक को फंसे हुए कर्ज की वसूली के लिए चूककर्ता कंपनियों के विरुद्ध दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने का अधिकार दे दिया है। इस अध्यादेश का उद््देश्य है फंसे हुए कर्ज के मौजूदा गतिरोध को खत्म करना। इस कानून के पारित होने के बाद केंद्रीय बैंक चूककर्ता कंपनियों के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू कर सकता है। साथ ही, फंसे हुए कर्ज की समस्या को निपटाने...
More »किसानों से क्रूरता की राजनीति-- पवन के वर्मा
शिवराज सिंह चौहान संभवतः एक सदाशयी व्यक्ति हैं. व्यापम घोटाले के गहरे दाग के बावजूद, सामान्यतः उन्हें एक अच्छा प्रशासक माना जाता रहा है. यह भी संभव है कि अपने शासन में पुलिस की गोलियों से छह किसानों की नृशंस हत्या से वे वस्तुतः क्षुब्ध हों. मंदसौर में अमन और आम हालात की बहाली के लिए किया गया उनका एकदिनी अनशन उनके समर्थकों के अनुसार एक सद्भावनापूर्ण संकेत था, हालांकि...
More »'पीर के पर्वत का पिघलाव है यह'- किसान आंदोलन पर योगेन्द्र यादव
पीर के पर्वत का पिघलाव है यह योगेंद्र यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष, स्वराज इंडिया मध्य प्रदेश के मंदसौर में अपना विरोध व्यक्त करते किसानों पर पुलिस की गोलीबारी किसान आंदोलन के इतिहास में एक नये चरण का आगाज कर सकती है. सरकार के इनकार के बावजूद, अब यह साफ है कि 6 जून को चलीं पुलिस की इन गोलियों ने कम से कम पांच किसानों की हत्या कर दी. वहां की सरकार...
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