मुंबई। मानसून में देरी के कारण राज्य में जलसंकट की आशंका गहराती जा रही है। मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने राज्य के सभी जिलाधिकारी, महानगर पालिका आयुक्त और नगर परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को पानी किल्लत के संबंध में आपात तैयारी रखने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीण भागों के अलावा प्रदेश के चार शहर भी जलसंकट की चपेट में आने के कगार पर हैं। यदि और एक सह्रश्वताह बारिश नहीं हुई तो जालना,...
More »SEARCH RESULT
जलसंकट से निपटने 1.78 करोड़
चंद्रपुर. चंद्रपुर जिले में भीषण जलसंकट से निपटाने की दृष्टि से जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया है। हालांकि अभी जलसंकट की स्थिति नहीं बनी है, लेकिन आगामी मई एवं जून माह को ध्यान में रख जिला परिषद के ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा जलसंकट कृति प्रारूप भी तैयार किया गया। जिसमें 1 अप्रैल से 30 जून तक के लिए 1 करोड़ 78 लाख 81 हजार रुपए का प्रावधान भी किया गया है। अधिकारियों...
More »सूख गये सब ताल-तलैया, दगा दे रहा चापाकल
उजियारपुर। 'यहां तक आते-जाते सूख जाती है कई नदियां, हमें मालूम है कि पानी कहां ठहरा होगा।' कवि दुष्यन्त की यह पंक्ति प्रखंड में बढ़ रहे जलसंकट और गिरते जलस्तर पर मुरीद बैठता है। प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में सूख रहे चापाकल, तालाब व नदियों को देखकर भीषण पेयजल का संकट उत्पन्न शुरू हो गया है। चांदचौर शंकर चौक की हालात इतने बदतर हैं कि एक मात्र तारापंप से पांच...
More »सिमट सिमट जल भरहिं तलाबा- अनुपम मिश्र
आज हर बात की तरह पानी का राजनीति भी चल निकली है। पानी तरल है, इसलिए उसकी राजनीति भी जरूरत से ज्यादा बहने लगी है। देश का ऐसा कोई हिस्सा नहीं है, जिसे प्रकृति उसके लायक पानी न देती हो, लेकिन आज दो घरों, दो गांवों, दो शहरों, दो राज्यों और दो देशों के बीच भी पानी को लेकर एक न एक लड़ाई हर जगह मिलेगी। मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि...
More »पानी का पैसा पानी में
भोपाल. प्रदेश सरकार ने जलसंकट से निपटने के लिए बीते एक दशक में कई योजनाएं चलाईं, खूब ढिंढोरा भी पीटा.. अरबों रुपए खर्च कर दिए गए, लेकिन नतीजा शून्य। जलसंकट कम होने के बजाय दिनोदिन गहराता जा रहा है। पानी पाताल में पहुंच चुका है। ये हालात एक-दो जिलों के नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के हैं। दूसरी ओर विभागीय मंत्री ये मानने को तैयार नहीं कि योजनाएं फ्लाप हो गईं।...
More »