नई दिल्ली। जुलाई माह में बिहार में 22 बच्चों की मौत की त्रासदीपूर्ण घटना के मद्देनजर अनेक उपायों की घोषणा के बाद भी मध्याह्न भोजन खाने से जहां बच्चों के बीमार पड़ने का सिलसिला नहीं थम रहा है, वहीं कई राज्यों ने जनवरी से मार्च माह का योजना क्रियान्वयन का पूरा ब्यौरा तक जारी नहीं किया। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, अरूणाचल प्रदेश, असम, दिल्ली, हरियाणा, महाराष्ट्र, मणिपुर,...
More »SEARCH RESULT
मिड-डे-मील खाने के बाद 20 बच्चे बीमार
लखीमपुर खीरी : उत्तर प्रदेश में लखीमपुर खीरी जिले की मोहम्मदी तहसील के एक स्कूल में आज दोपहर का भोज (मिड डे मील) खाने के बाद 20 बच्चे बीमार पड़ गये. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओ0पी0 राय ने बताया है कि मोहम्मदी तहसील में लखहा प्राइमरी पाठशाला में आज दोपहर का भोजन खाने के बाद उल्टी आदि की शिकायत के बाद 20 बच्चों को अस्पताल पहुंचाना पड़ा. उन्होंने बताया कि...
More »बेरोजगारी भत्ता ही नहीं रोजगार भी देगी यूपी सरकार
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार भत्ता ही नहीं बेरोजगारों को रोजगार भी देगी। यूपी के 25 से 40 वर्ष तक के युवाओं को जब तक रोजगार नहीं मिलेगा, भत्ता दिया जाता रहेगा। भत्ते के लिए यदि जरूरी हुआ तो बजट बढ़ा दिया जाएगा पर किसी बेरोजगार को निराश नहीं होने दिया जाएगा। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने कहा कि हमने काफी सोच समझकर घोषणा पत्र तैयार...
More »सपनों को पंख लगाता अखिलेश यादव का हजार- आशीष राय की रिपोर्ट
लखनऊ. किसी के लिए ब्यूटी पार्लर तो किसी के लिए बच्चे की साइकिल, कोई अपने इन पैसों को साल भर इक्कठा कर एक छोटी सी दुकान खोलना चाहता है। कोई अपनी बेटी की फ़ीस भरने का जुगाड़ बना रहा है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा एक हज़ार का बेरोज़गारी भत्ता बांटा गया। कई बेरोज़गारों की आंखों में हज़ारों सपने दे गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा ‘बेरोजगारी भत्ता’ के वितरण की...
More »राजा ने लूटी रंकों की रोटी- आशीष खेतान(तहलका, हिन्दी)
सपा की पिछली सरकार में खाद्य और आपूर्ति विभाग के मंत्री रहे राजा भैया ने जन वितरण प्रणाली में घोटाले के जरिए 100 करोड़ रुपये बनाए. वे एक बार फिर से उसी विभाग के मंत्री हैं. उनके कारनामों को आशीष खेतान उजागर कर रहे हैं यह किसी केंद्रीय मंत्री और बड़े औद्योगिक घराने के बीच हुए अनैतिक लेन-देन की कहानी नहीं है. यह कहानी है हमारे समाज के सबसे वंचित और शोषित तबके...
More »