रावतभाटा. पिछले मानसून में अच्छी बारिश से चंबल के दोनों बड़े बांध गांधीसागर और राणा प्रताप सागर में इतना पानी है कि इस साल नहरों को 182 दिन पानी देने के बाद भी .75 मिलियन एकड़ फीट सरप्लस पानी रहेगा। सरप्लस पानी होने के बावजूद राणा प्रताप सागर और जवाहर सागर बांध में अतिरिक्त बिजली नहीं बनाई जा रही है। राजस्थान के अधिकारियों ने अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया...
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दामोदर की जीवन रेखा को चाहिए जीवन दान- उमा(धनबाद)
-आजाद भारत की प्रथम बहु-उद्देशीय नदी परियोजना दामोदर घाटी निगम पर संकट के बादल- बाढ़ जैसी भीषण प्राकृतिक आपदा को नियंत्रित करते हुए जीवन को रोशन करने के मकसद से 66 साल पहले 7 जुलाई, 1948 को अस्तित्व में आयी आजाद भारत की प्रथम बहु-उद्देशीय नदी परियोजना दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) की जीवन रेखा आज जीवन दान के लिए तरस रही है. 27 मार्च, 1948 को डीवीसी का गठन भारत के संसद...
More »मुरुमसिल्ली बांध सूखा अब मानसून का इंतजार
धमतरी (ब्यूरो)। भीषण गर्मी के चलते जिले के बांध सूख गए हैं। बरसात के मौसम में जिन बांधों में दूर-दूर तक पानी ही पानी नजर आता है, वहां अब रेत का मैदान और सूखी हुई जमीन दिखने लगी है। सबसे ज्यादा दयनीय स्थिति मुरूमसिल्ली बांध की है। जल संसाधन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 5.839 टीएमसी क्षमता के मुरूमसिल्ली बांध में 4 जून की स्थिति में सिर्फ 0.121 टीएमसी पानी...
More »रंग लाए पर्यावरण बचाने के लिए किए गए एकल प्रयास
रतलाम। प्रकृति से छेड़खानी के परिणाम लगातार लोगों को भुगतने पड़ रहे हैं। कम हो रहे वन क्षेत्र और पेड़-पौधों की सुरक्षा पर समुचित ध्यान नहीं देने से मौसम चक्र गड़बड़ा गया है। ठंड और गर्मी में बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं। इस मामले में कुछ सजग प्रहरियों के एकल प्रयास देखने में आए हैं। उनके प्रयास रंग भी लाने लगे हैं। आज 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस...
More »जल प्रबंधन से बन गयी अंतरराष्ट्रीय पहचान- राहुल सिंह
वे अखबार नहीं पढ़ सकते. दो-चार पांच पंक्तियां लिख नहीं सकते. अगर कोई सामान्य बात भी लिखवाना हो तो किसी दूसरे की मदद लेते हैं. किसी तरह अपना हस्ताक्षर कर लेते हैं या एकाध टूटी-फूटी पंक्ति लिख लेते हैं. लेकिन उन पर दुनिया के प्रख्यात विश्वविद्यालय कैंब्रिज के छात्र भी शोध करते हैं. अपनी पीएचडी की थिसिस में उनके कार्यो व पर्यावरण संरक्षण के साथ ग्रामीण विकास के लिए उनके...
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