कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं. इसी तरह अपने यहां केंद्र सरकार की असली चाल-ढाल पहले दो-ढाई साल में ही दिख जाती है. बाद का आधा कार्यकाल तो अगले चुनावों का माहौल बनाने में चला जाता है. नरेंद्र मोदी सरकार के साथ तो यह भी दिक्कत है कि कार्यकाल के तीसरे साल में उत्तर प्रदेश और पंजाब जैसे अहम राज्यों के विधानसभा चुनाव होने...
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आदिवासियत का लड़ाकू विचारक-- अनुज लुगुन
मराठी के वरिष्ठ आदिवासी कवि वाहरू सोनवाने ‘स्टेज' कविता में कहते हैं- ‘हम स्टेज पर गये ही नहीं/हमें बुलाया भी नहीं गया/उंगली के इशारे से हमारी जगह हमें दिखाई गयी/वे स्टेज पर खड़े होकर/हमारा दुख हमें ही बताते रहे.' यह कविता आदिवासी समाज को गैर-आदिवासियों द्वारा निर्देशित करने की यंत्रणादायी प्रक्रिया को बताती है. आदिवासियों को निर्देशित करने की औपनिवेशिक मंशा का प्रतिरोध करते हुए कई बार वाहरू जी कह...
More »टैक्स हेवन के खिलाफ अर्थशास्त्रियों ने उठाई आवाज
लंदन। दुनिया भर के अर्थशास्त्रियों ने कर चोरी के सुरक्षित ठिकानों (टैक्स हेवन) के खिलाफ आवाज उठाई है। तीन सौ अर्थशास्त्रियों ने एक पत्र में वैश्विक नेताओं से कर चोरी की इस व्यवस्था का बहिष्कार करने की अपील की है। ब्रिटेन में प्रस्तावित भ्रष्टाचार रोधी सम्मेलन और पनामा पेपर्स लीक मामले को देखते हुए इस पत्र के महत्व को समझा जा सकता है। कर देने से बचने के लिए आमतौर पर...
More »बने रोजगारपरक कर-प्रणाली--भरत झुनझुनवाला
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) ने चेतावनी दी है कि आनेवाले समय में भारत में बेरोजगारी की समस्या गहराती जायेगी. पिछले दो दशक में भारत में तीव्र आर्थिक विकास हुआ था. इस अवधि में 30 करोड़ युवाओं ने प्रवेश किया. तीव्र विकास के बावजूद इनमें आधों को ही रोजगार मिल सका है. ये सीमित रोजगार भी मुख्यतः असंगठित क्षेत्र में मिले, जैसे रिक्शा चलाने में अथवा कंस्ट्रक्शन क्षेत्र में. ऐसे...
More »क्रोनी कैपिटलिस्ट देशों में 9वां स्थान हासिल कर ऑस्ट्रेलिया के स्तर पर पहुंचा भारत
अरबपतियों की बाढ़ और किसी भी तरीके से पूंजी बढ़ाने की प्रवृत्ति ने भारत को क्रोनी कैपिटलिस्ट देशों की सूची में 9वें स्थान पर ला खड़ा किया है। ‘द इकॉनॉमिस्ट' के ताजा अंक में जारी क्रोनी कैपिटलिस्ट सूचकांक के अनुसार, क्रोनी पूंजी वैश्विक जीडीपी और कुल अरबपतियों की पूंजी के अनुसार तेजी से बढ़ी है। अध्ययन में कहा गया है, ‘उत्साहजनक रूप से भारत संभवत: अपनी गतिविधि को साफ कर रहा...
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