सर्वोच्च न्यायालय ने अपने ऐतिहासिक फैसले में शिक्षा के अधिकार कानून की वैधानिकता बरकरार रखते हुए देश के हर गरीब बच्चे की उम्मीदें जगाई हैं। शिक्षा के अधिकार को पूरी तरह से कामयाब बनाने के लिए अगले पांच वर्षों में करीब दो लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें से 65 प्रतिशत केंद्र और 35 प्रतिशत राज्य सरकारें वहन करेंगी। जिस देश में छह से चौदह वर्ष तक की उम्र के...
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अब हिंदी या मराठी में नहीं पढ़ पाएंगे नौनिहाल!
नागपुर. कॉन्वेंट व निजी स्कूलों से प्रतिस्पर्धा में पिछड़ रही मनपा स्कूलों ने भी अब इन्हें टक्कर देने का निर्णय लिया है। आगामी शैक्षणिक सत्र से मनपा पहली कक्षा से अंग्रेजी माध्यम आरंभ करने जा रही है। मराठी व हिंदी माध्यम अब नहीं होंगे। अंग्रेजी माध्यम शुरू होने के बाद पाठ्यक्रम में मातृभाषा (मराठी-हिंदी) का सिर्फ एक विषय रहेगा। शेष सभी विषय अंग्रेजी में होंगे। प्रतिस्पर्धा के चलते शहर में महानगरपालिका...
More »अब खुला मार्कशीट घोटाला: 96 शिक्षकों ने किया पेशे को कलंकित
नागपुर. फर्जी अंक घोटाला सिर्फ नागपुर विद्यापीठ तक सीमित नहीं है। अब यह और निचले स्तर पर उतर आया है। मनपा प्राथमिक शिक्षण विभाग में फर्जी अंक घोटाले का खुलासा हुआ है। कुछ शिक्षकों ने करीबी और पसंदीदा छात्रों को अच्छे अंकों से पास करवाने के लिए अंकों में वृद्धि की है। लगभग 96 शिक्षकों के फर्जी अंक घोटाले में शामिल होने का खुलासा हुआ है। इन शिक्षकों को नोटिस जारी कर,...
More »मिड दे मील में विषाक्त भोजन खाकर 19 बच्चे बीमार
बिहार के बांका में मंगलवार को विषाक्त भोजन खाने से एक स्कूल के 19 बच्चे बीमार पड़ गये. बांका जिले में अमरपुर थाना अंतर्गत विशंभर चक गांव में विषाक्त भोजन खाने के कारण सरकारी प्राथमिक विद्यालय के 19 बच्चे बीमार पड़ गये. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विशंभर चक गांव में सरकारी प्राथमिक विद्यालय में दोपहर का भोजन (एमडीएम) खाने के बाद उल्टी और दस्त की शिकायत होने पर बच्चों...
More »शिक्षक होने के मायने क्या? : सतीश झा
हाल ही की एक खबर पर बहुत कम लोगों का ध्यान गया, जबकि भारत के शैक्षिक भविष्य में दिलचस्पी रखने वाले हर व्यक्ति की रुचि उसमें होनी चाहिए। मानव संसाधन विकास मंत्री ने एक आश्चर्यजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि आज देश में पांच लाख से भी अधिक ‘शिक्षक’ नौकरी की तलाश में हैं। यह बात सुनकर मैं सोच में पड़ गया कि सरकार में बैठे हमारे हुक्मरान क्या...
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