नई दिल्ली. टोटल ड्रग रेजिस्टेंस (टीडीआर) टीबी को दबाने की केंद्र सरकार की कोशिश नाकाम हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि मुंबई में टीडीआर-टीबी के 12 में से 6 मरीजों पर रोकथाम की सभी दवाएं बेअसर हैं। ये मामले जनवरी में पहली बार सामने आने पर मंत्रालय की जांच टीम ने इन्हें एक्सट्रीम ड्रग रेजिस्टेंस (एक्सडीआर) टीबी का नाम देकर रफा-दफा करने की कोशिश...
More »SEARCH RESULT
..तो खुल जाएगी कालाधन छुपाने वालों की पोल
नई दिल्ली। स्विट्जरलैंड की सरकार भारत को संदिग्ध बैंक खातों के बारे में अब संबंधित व्यक्ति की सीमित जानकारी के आधार पर सूचना उपलब्ध कराने को तैयार हो गया है। इससे विदेशों में कालाधन छुपाने वाले नागरिकों को कानून के शिकंजे में लेने की भारत सरकार की कोशिशों को बड़ा बल मिलने की उम्मीद है। दोनों देशों के बीच 20 अप्रैल को एक पारस्परिक सहमति हुई जिसके तहत स्विट्जरलैंड सरकार...
More »हुण कोई उम्मीद नहीं बचीः 100 घंटे बीते, 62 बचाए,13 शव निकाले
जालंधर. शीतल फाइबर्स के मलबे में क्या कोई नहीं बचा है? बचाव दल एनडीआरएफ (नेशनल डिजास्टर रेस्क्यू फोर्स) ने जीवित लोगों की तलाश खत्म करने के साथ ही इसके पिलरों पर लिख दिया है - नो विकटिम लाइव। यानी अब कोई मजदूर नहीं बचा है। फोर्स ने वीरवार की रात नया ऑपरेशन शुरू किया। यह काम है शवों की निशानदेही करना। वैसे चमत्कार की आस खत्म नहीं हुई है। जीवित लोगों की...
More »फैक्ट्री की इमारत ढहने से गईं 10 जानें, 100 से अधिक अभी भी दबे
जालंधर. रविवार देर रात ध्वस्त हुई शीतल फाइबर में 10 श्रमिकों की मौत हुई है। बचाव दल ने सोमवार रात तक मलबे से 3 शव निकाले जबकि 6 शवों को निकालने की कोशिश जारी थी। एक घायल ने अस्पताल में दम तोड़ा। मलबे से अभी तक 58 लोगों को जिंदा निकाला गया है पर अभी भी 100 से ज्यादा लोगों के फंसे होने आशंका है। फैक्ट्री के मालिक शीतल विज को...
More »जालंधर: फैक्ट्री की इमारत ढही, 200 मजदूर दबे
जालंधर. फोकल प्वाइंट स्थित कंबल बनाने वाली शीतल फाइबर इंडस्ट्री में रविवार देर रात धमाके के साथ तीन मंजिला इमारत ढह गई। वहां काम कर रहे करीब 200 कर्मचारी मलबे के नीचे दब गए। सुबह तक 40 से अधिक घायलों को मलबे से निकाला जा चुका है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। धमाके की आवाज सुनते ही आसपास की फैक्ट्रियों में काम करते मुलाजिम और लोग बचाव के लिए दौड़े और मलबे में दबे...
More »