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इस तरह ग्रामीणों ने 'इंद्रावती' में डाली जान

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बस्तर संभाग की जीवन दायिनी माने जाने वाली इद्रांवती नदी के बहाव को रोक कर ग्रामीणों ने श्रमदान करके एक नई मिसाल कायम की है। जिला मुख्यालय से करीब 55 किलोमीटर दूर भोपालपट्नम इलाके के तिमेड में इद्रांवती नदी का पानी लगभग सूखने की कगार पर है। नदी के पानी का बहाव बहुत सीमित हो गया है। इसके चलते इसके शीघ्र ही सूख जाने की आशंका...

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बीमारू राज्यों में भी पिछड़े हम, आए नए आंकड़े

भोपाल। बिजली-पानी को मुद्दा बनाकर सत्ता पर काबिज हुई भाजपा सरकार जनता को यह दोनों सुविधाएं मुहैया कराने में असफल साबित हुई है। राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में होने के बावजूद न केवल प्रदेश में बिजली की उपलब्धता कम हुई बल्कि इस सेक्टर में प्रदेश का परफार्मेंस अन्य बीमारू राज्यों से भी कम है। यही नहीं प्रदेश सरकार जनता को पानी भी मुहैया नहीं करवा पाई। जनगणना के ताजा आंकड़ों के...

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मध्यप्रदेश में कम होने लगे हैं बाल विवाह

भोपाल, 13 अप्रैल (एजेंसी) मध्यप्रदेश में पिछले दस सालों में बाल विवाह के प्रकरणों में 87 प्रतिशत की कमी आई है। यह खुलासा हाल ही में प्रकाशित भारत सरकार की सेम्पल रजिस्ट्रेशल सर्वे रिपोर्ट 2010 .ंएसआरएस सर्वे.ं में किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार मध्यप्रदेश में वर्ष 2001 में 25.3 प्रतिशत की तुलना में वर्ष 2010 में केवल 3.3 प्रतिशत बालिकाओं के बाल विवाह .ं18 वर्ष से कम उम्र...

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तरसती रही जनता, सड़कों पर बहा दी दूध की नदी

इंदौर। केंद्रीय खाद्य सुरक्षा व मानक अधिनियम के विरोध में घोषित तीन दिन के बंद के पहले दिन इंदौर सहित मालवा-निमाड़ में आम जनता दूध को तरस गई, जबकि व्यापारियों ने हजारों लीटर दूध सड़कों पर बहा दिया।   प्रशासन व पुलिस की सख्ती का दावा बेअसर नजर आया। किराना व अन्य खाद्य पदार्थो के लिए भी लोग परेशान होते रहे। चाय-नाश्ता तक नहीं मिला। कई स्थानों पर छिटपुट घटनाएं भी हुई।   इंदौर में सांची...

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प्रदेश में 4.91 लाख परिवारों के पास नहीं है अपना घर

भोपाल। प्रदेश में 14.91 लाख परिवार ऐसे हैं जिसके पास अपना घर नहीं है। वे किराए के मकान में रह रहे है। यह स्थिति तब है जब प्रदेश में बड़े पैमाने पर कालोनियां विकसित हुई। सरकारी एजेंसियां हाउसिंग बोर्ड व विकास प्राधिकरण भी लोगों को आशियाना उपलब्ध कराने मैदान में हैं। बावजूद इसके पिछले दस सालों में नए मकानों का आंकड़ा पचास लाख से अभी बहुत दूर है। संयुक्त परिवारों...

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