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भिंडी बाजार बनाम राजनीति-- प्रमोद जोशी

राहुल गांधी ने कहा- नोटबंदी पर फैसले को चुनौती देनेवाला मेरा भाषण तैयार है, लेकिन संसद में मुझे बोलने से रोका जा रहा है. मुझे बोलने दिया गया तो भूचाल आ जायेगा. सरकार की शिकायत है कि विपक्ष संसद को चलने नहीं दे रहा. उधर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि सांसद अपनी जिम्मेवारी निभायें. आपको संसद में चर्चा करने के लिए भेजा गया है, पर आप हंगामा...

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क्या कृत्रिम वर्षा कराने से प्रदूषण कम होगा-- भारत डोगरा

वह कोहरा फिर से दिल्ली, एनसीआर ही नहीं उत्तर भारत के कई हिस्सों में छाता जा रहा है, जो धुएं से मिलकर एक खतरनाक मिश्रण बनता है, जिसे स्मॉग कहते हैं। यह स्मॉग ट्रेनों, वायुयानों और सामान्य ट्रैफिक के आवागमन में बाधा तो पैदा करता ही है, साथ ही प्रदूषण को एक खतरनाक स्तर तक ले जाता है। सर्दी आते ही इन तमाम शहरों के बच्चे-बूढ़े सब इसी स्मॉग के...

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एशियाई विकास बैंक ने घटाया वृद्धि दर अनुमान

एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने नोटबंदी, कमजोर निवेश तथा कृषि क्षेत्र में नरमी के कारण वर्ष 2016 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 7.4 प्रतिशत से घटाकर 7.0 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि 2017 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को 7.8 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। एडीबी की नई रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘विकासशील एशिया में आर्थिक वृद्धि व्यापक रूप से स्थिर बनी हुइ्र...

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विकास की परिभाषा में बच्चे कहां!-- अनुज लुगुन

हमारा समाज एक ऐसी दिशा की ओर बेलगाम अग्रसर होता जा रहा है, जहां सब कुछ या तो बहुसंख्यक के लिए ही हो रहा है, या आवाज उठा सकनेवालों के लिए ही हिस्सेदारी बच रही है. जो मूक हैं, या मासूम हैं, उनके लिए कुछ भी नहीं बच रहा है. आज प्रकृति-जीव और बच्चे सामूहिक संहार के शिकार हो रहे हैं, क्योंकि वे अपनी भाषा मनुष्यों को समझा नहीं सकते....

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नोटबंदी के एक महीने का सच-- कन्हैया सिंह

आठ नवंबर को शुरू हुए 500 व 1000 रुपये के नोटों के डीमॉनेटाइजेशन (जिसे आम भाषा में नोटबंदी कहा जा रहा है) के बाद से देश में जो हो रहा है, उसका विश्लेषण काफी कठिन है। यही वजह है कि हर अर्थशास्त्री इसे अलग ढंग से देख रहा है। इसके नतीजों का आकलन अलग ढंग से कर रहा है। ऐसे मौकों पर हर अर्थशास्त्री अपने ‘परसेप्शन' और ‘स्पैक्यूलेशन' यानी अपनी...

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