SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 669

जलवायु परिवर्तन से लोगों के स्वास्थ्य पर बडा खतरा : अध्ययन

कोच्चि : एक नये अध्ययन में कहा गया है कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव महसूस किये जाने लगे हैं और जहां तक भविष्य के बारे में अनुमान है इससे मानव स्वास्थ्य पर बहुत ज्यादा एवं संभावित रूप से विनाशकारी खतरा पैदा हो सकता है. 2015 लांसेट कमीशन ऑन हेल्थ एंड क्लाइमेट चेंज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'जलवायु परिवर्तन से नौ अरब लोगों की वैश्विक आबादी के लिए पिछली आधी...

More »

अस्पताल से बाहर दवा खरीदने की छूट के लिए केंद्र में याचिका

रायपुर। मरीजों को अस्पताल के अंदर से दवा खरीदने के बजाय बाहर की किसी भी दवा दुकान से दवा खरीदने की आजादी क्यों नहीं होनी चाहिए? मरीजों पर किसी भी प्रकार की बाध्यता नहीं होनी चाहिए। आज यह मुद्दा प्रदेश के चिकित्सा जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। यह आम मरीज का दर्द भी है, क्योंकि दवाओं का खर्च जीवन-यापन पर भारी पड़ रहा है। इसी मुद्दे को...

More »

स्वच्छता कायम रखने में भारतीय डॉक्टर पीछे

नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) के एक हालिया अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय डॉक्टरों एवं नर्सों में हाथ धोने और साफ-सफाई बनाए रखने की आदत बहुत कम होती है। दोनों संस्थानों ने सफाई से जुड़े प्रशिक्षण सत्र चलाए जाने की बात की है। अध्ययन में बताया गया है कि अधिकांश डॉक्टर काम के दौरान हाथ धोने के लिए साबुन और पानी...

More »

सदियों के अन्याय पर माफी कब- सुरेन्द्र कुमार

एक भाषण कितना बड़ा बदलाव ला सकता है! बेशक यह नेहरू के अविस्मरणीय भाषण 'नियति के साथ भारत की भेंट' और मार्टिन लूथर किंग की भावनात्मक प्रेरणा 'मेरा एक सपना है' के स्तर का न हो, लेकिन बीती 14 जुलाई को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में शशि थरूर का पंद्रह मिनट का भाषण भारत में 200 वर्षों के ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन पर हाल के दिनों का सबसे तीक्ष्ण, प्रभावशाली और कटु आलोचना...

More »

छत्तीसगढ़--14 सालों में साढ़े 14 हजार से अधिक किसानों ने की आत्महत्या

रायपुर। छत्तीसगढ़ में पिछले 14 सालों में 14793 किसानों ने आत्महत्या की है। ये रोंगटे खड़े कर देने वाले आंकड़े राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के रिकॉर्ड में दर्ज हैं। किसानों की खुदकुशी का यह ग्राफ और भी भयानक हो सकता था, लेकिन एनसीआरबी ने 2011 से 2013 की अवधि में ऐसी मौतों की गणना नहीं की। खेती की बढ़ती लागत, खेती में हो रहे लगातार नुकसान के चलते किसान...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close