नई दिल्ली। बाघ अभयारण्यों के करीब बसे गांवों को दूर बसाने के काम में खामियों का पता लगाने और प्रक्रिया में तेजी लाने के मकसद से केंद्र सरकार ने पांच समितियों का गठन किया है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने हाल में गांवों को बाघ वाले क्षेत्र से दूर बसाने के काम में तेजी लाने की अपील राज्यों से की थी। समितियों में वन्यजीव विशेषज्ञ और संरक्षक होंगे। उनसे बाघ अभ्यारण्यों से लोगों को अन्यत्र बसाने...
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सबके लिए नजीर मधुबनी की सुषिता
बेनीपट्टी [मधुबनी, आमोद कुमार झा]। यूं तो आपने बहादुर बच्चों की कहानियां बहुत सुनी होंगी। उनकी तस्वीरें भी देखी होंगी। लेकिन यह कहानी है संघर्ष की। इसकी नायिका है 15 साल की सुषिता। बेनीपट्टी प्रखंड के सोइली गांव की यह लड़की इन दिनों सोसाइटी की नजीर बन गई है। इसकी दास्तां कुछ इस तरह है। पिता की मृत्यु के बाद गरीबी का दंश झेलने को विवश अतिनिर्धन परिवार की सुषिता विगत पांच वर्ष से...
More »पत्ता चूसकर प्यास बुझा रहे हैं ग्रामीण
सिमरिया : लावालौंग प्रखंड के टिकदा टोला सुथाय गांव के लोग भीषण पेयजल संकट से जूझ रहे है. गांव वाले पत्ता चूसकर प्यास बुझा रहे हैं. सखुवा, आंवला का पत्ता चुस कर तरास मिटाते है. सुथाय गांव प्रखंड मुख्यालय से 25 किमी दूरी पर स्थित है. इस गांव के लोग सालोंभर मंहगी नाला से पानी पीते है. इन दिनों पड़ रही भीषण गरमी के कारण नाला सूख गया है. ग्रामीणों का...
More »वन विभाग का जंगल राज- आवेश तिवारी
पनारी गांव के परशुराम बैगा को 4 साल पहले तेज रफ़्तार ट्रक ने मार डाला था, अब उसके आठ साल के बेटे और पत्नी शांति को भूख मार रही है. पति के मरने के बाद जंगल विभाग ने जबरिया उसकी छोटी-सी जोत की जमीन पर बबूल के कांटे छिड़क उसे बंजर कर दिया. वहीं शांति के खिलाफ वन अधिनियम की धारा 5/16 के तहत जंगल की जमीन पर जबरिया कब्जे का...
More »भुखमरी कैसे खत्म हो - सचिन कुमार जैन
भुखमरी आज के समाज की एक सच्चाई है परन्तु मध्यप्रदेश के सहरिया आदिवासियों के लिये यह सच्चाई एक मिथक से पैदा हुई, जिन्दगी का अंग बनी और आज भी उनके साथ-साथ चलती है भूख. अफसोस इस बात का है कि सरकार अब जी जान से कोशिश में लगी हुई है कि भूखों की संख्या कम हो. वास्तविकता में भले इसके लिये प्रयास न किये जायें लेकिन कागज में तो सरकार...
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