SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 6625

लगातार दूसरे साल गेहूं पैदावार घटने की आशंका

नई दिल्ली। असामान्य सूखी व हल्की ठंड पड़ने के कारण देश में गेहूं की पैदावार लगातार दूसरे साल घटकर नौ करोड़ टन से कम रहने की आशंका है। भारत दुनिया में गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। कमजोर मानसून व फरवरी-मार्च में बेमौसम बारिश के चलते 2014-15 में गेहूं उत्पादन घटकर 8.89 करोड़ टन रहा था। इससे पिछले वर्ष रिकॉर्ड 9.58 करोड़ टन उत्पादन हुआ था। रबी की प्रमुख फसल...

More »

खुशहाली का संदेशा लेकर भूमध्य सागर से चल पड़ी है पवन- कुमार मुकेश

खेतों में बिजाई की गई विभिन्न फसलों के लिए कम तापमान और बारिश का इंतजार कर रहे किसानों की चिंताओं को अब भूमध्य सागर से उठकर ईरान और इराक से होते हुए आने वाली हवाएं कम कर देंगी। सबकुछ ठीक रहा तो 4 जनवरी से हल्की बूंदाबांदी की संभावना है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार भूमध्य सागर से उठने वाली हवाओं के बाद...

More »

एक अरब मोबाइलों का देश

भारत के लिए नया साल अच्छी खबर लेकर आया है कि देशभर में मोबाइल उपभोक्ताओं की संख्या बढ़कर सौ करोड़ तक जा पहुंची है। सवा सौ करोड़ की आबादी वाले देश के लिए निश्चित रूप से यह अच्छा संकेत है कि मोबाइल फोन की बिक्री के मामले में उसने कई देशों को पीछे छोड़ दिया है। इस मामले में वह सिर्फ चीन से ही पीछे है जहां दुनियाभर का सबसे...

More »

एक-समान शिक्षा प्रणाली से होगा बेहतर समाज का निर्माण

बेहतर देश के निर्माण के लिए बेहतर समाज का होना पहली शर्त है. किसी भी देश का सतत विकास तभी मुमकिन है, जब वहां के विभिन्न समाज और समुदायों के बीच सौहार्द, शांति व भाईचारा हो. बीता साल 2015 इस लिहाज से कुछ अच्छी यादों के साथ-साथ कई कड़वी यादें भी छोड़ गया है. हाल के दशकों में तेज आर्थिक विकास के बावजूद हमारे समाज में व्याप्त कुछ...

More »

दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब, सम विषय व्यवस्था उचित: सीएसई

सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायर्नमेंट ने शुक्रवार को कहा कि साल 2015 के अंतिम दो महीने में दिल्ली में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब हो गई थी। सम विषय व्यवस्था जैसे आपात कदमों को उचित ठहराते हुए जहरीले तत्वों के उत्सर्जन को कम करने की पहल करने पर जोर दिया। सीएसई ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की सतत निगरानी वाले वायु की गुणवत्ता संबंधी आधिकारिक आंकड़ों के विश्लेषण का परिणाम...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close