पटना। बिहार के 18 जिलों के किसानों को एक बार फिर सूखे की चिंता सताने लगी है। बारिश की कमी के कारण किसान जहां उमड़ते-घुमड़ते बादलों की तरफ टकटकी लगाए हुए हैं तो वहीं महिलाएं अनोखी रस्में निभाकर इंद्र भगवान को खुश करने के लिए रात में हल चला रही हैं। इस बीच सरकार भी सूखे से निपटने के लिए आवश्यक तैयारियों में जुट गई है। इस वर्ष मानसून आने के बाद...
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बारिश ने किया खुश, 15 प्रतिशत हुई धान की रोपाई
पटना। बिहार में इस वर्ष मानसून की अच्छी बारिश से किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। उन्हें आशा है कि इस वर्ष बारिश दगा नहीं देगी। अच्छी बारिश के कारण ही राज्य में अब तक करीब 15 फीसदी धान की रोपाई हो चुकी है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में इस वर्ष भरपूर बारिश होने की सम्भावना है। विभाग के एक अधिकारी के अनुसार 11 जुलाई तक राज्य में सामान्य से...
More »भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों का मार्च, हिसार चलो आज
अग्रोहा. किसान संघर्ष समिति अग्रोहा-मीरपुर और अन्य कई संगठनों के सदस्य गुरुवार को अग्रोहा से हिसार तक मार्च निकालेंगे। किसानों के इस आंदोलन की अगुवाई अखिल भारतीय किसान यूनियन के राज्य उपाध्यक्ष कृष्ण गोरखपुरिया कर रहे हैं। किसान भूमि अधिग्रहण संबंधी सरकार की नीतियों के खिलाफ लंबे समय से आरपार के आंदोलन के मूड में हैं। किसानों का कहना है कि अग्रोहा में उन्हें एनसीआर के रेट पर अधिग्रहण की गई...
More »अब परतें खुल रही हैं, क्यों हुई मप्र में गेहूं की बंपर खरीद
जागरण ब्यूरो, भोपाल। इस बार मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर गेहूं की बंपर खरीद कैसे हुई, यह अब धीरे-धीरे सामने आने लगा है। एक किसान के पास दस एकड़ से भी कम रकबा है पर उससे सरकार ने 800 क्िवटल गेहूं खरीद लिया। जाहिर है सरकारी मशीनरी की मिलीभगत से व्यापारी अपना काम निकालने में सफल हो गए। हरदा जिले का मामला यह बताने के लिए पर्याप्त है कि बंपर...
More »ज्यादा उपज की चाह में देशी धान की उपेक्षा
हेमगिर: हेमगिर अंचल में पारंपरिक देशी धान की खेती ने पूरे पश्चिम ओड़िशा में किसी जमाने में ख्याति अर्जित की थी। लेकिन वर्तमान इस अंचल में देशी धान की बजाय ज्यादा पैदावार के लिए सरकारी धान का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है। जिससे युवराज, सफेरी, कलाजीरा, दुईफूल, सम्लेश्वरी आदि देशी धान की प्रजाति लुप्तप्राय सी होती जा रही है। इस मामले में आश्चर्य की बात यह है कि देशी धान...
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