नरसिंहपुर। प्रशासनिक भर्राशाही के कारण सोया में क्षति के बाद भी राहत से वंचित जिले के किसानों को इस बार सोया बीज देने कृषि विभाग के पास भी कोई जुगाड़ नहीं हैं। जिला प्रशासन ने सोया में आपदा के कारण हुई भारी क्षति के बाद भी शासन को जो रपट भेजी थी उसमें 0 से 24 प्रश नुकसान बताया था। बीज की कमी छुपाने अब कृषि विभाग किसानों को धान...
More »SEARCH RESULT
बारिश से लीची की फसल में जान आयी, किसानों की आशाएं बढी
पटना: बिहार में हाल में हुई बारिश से लीची की फसल में जान आ गयी है. इसके साथ ही लीची के बेहतर फसल उत्पादन और देश के अन्य भागों में इसका सामान्य रुप से वितरण को लेकर इस प्रदेश के किसान आशान्वित हैं. ?बिहार में इस फल का उत्पादन करीब 255 टन है, जो कि देश में कुल उत्पादित 575 टन लीची का 45 प्रतिशत है. देश में काश्तकारी के लिए उपलब्ध...
More »रंग लाए पर्यावरण बचाने के लिए किए गए एकल प्रयास
रतलाम। प्रकृति से छेड़खानी के परिणाम लगातार लोगों को भुगतने पड़ रहे हैं। कम हो रहे वन क्षेत्र और पेड़-पौधों की सुरक्षा पर समुचित ध्यान नहीं देने से मौसम चक्र गड़बड़ा गया है। ठंड और गर्मी में बारिश के साथ ओले गिर रहे हैं। इस मामले में कुछ सजग प्रहरियों के एकल प्रयास देखने में आए हैं। उनके प्रयास रंग भी लाने लगे हैं। आज 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस...
More »शिशु और मातृ-मृत्यु दर की चिंता- अंजलि सिन्हा
आम चुनाव की आपाधापी के दौरान रांची के पास नामकुम की चंद्रमुनि (25 वर्ष) की इलाज के अभाव में हुई मौत सुर्खियां नहीं बन सकीं. विडंबना है कि चंद्रमुनि खुद राज्य में सहिया अर्थात् गर्भवती महिलाओं के लिए अक्रेडिटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट थीं, जिसने 15-20 महिलाओं की स्वास्थ्य प्रसूति में सहायता प्रदान की थी. चंद्रमुनि ने एक स्वस्थ्य बच्ची को जन्म दिया था, पर उसके बाद उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती...
More »पर्यावरण बचाने का जुनून, जेब से खरीदकर देते हैं पौधे
भिंड-मेहगांव। कानून व्यवस्था संभालने वाले हाथों ने पर्यावरण बचाने का बीड़ा उठाया तो उसे जुनून बना लिया। पौधे लगाने की बात आती तो सबसे आगे होते, यहां तक कि लोगों को जेब से खर्च कर पौधे दिलाए और उन्हें लगाने की विधि भी बताई। हम बात कर रहे हैं ग्वालियर ईओडब्ल्यू इंस्पेक्टर रवीन्द्र तिवारी की। श्री तिवारी बुधवार को मेहगांव में थे और वर्ष 2008 से 2011 तक टीआई रहते...
More »