नई दिल्ली [रमेश दुबे]। दलहनों की पैदावार बढ़ाने के लिए लगभग दो दर्जन योजनाओं की असफलता के बाद केंद्र सरकार ने सीधे किसानों को ज्यादा कीमत देने की रणनीति अपनाई है। इसके तहत दलहनी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भारी बढ़ोत्तरी की गई है। जहा अरहर के समर्थन मूल्य में सात सौ रुपये की वृद्धि की गई है, वहीं मूंग में 410 रुपये तथा उड़द में 380 रुपये की...
More »SEARCH RESULT
पंजाब पुकारे, आ रे..आ रे..आ रे..
लुधियाना [अरविंद श्रीवास्तव/श्रीधर राजू]। बठिंडा रेलवे स्टेशन। रात साढ़े दस बजे का समय। अवध-असम एक्सप्रेस ट्रेन आकर रुकती है। स्टेशन पर पहले से तैयार जमींदार ट्रेन की ओर लपकते हैं। सिर पर बक्सा और हाथ में थैला लिए उतरते लोगों को वे घेर लेते हैं। कशमकश चलती है कि कौन कितने लोगों को पटाता है। यह नजारा इन दिनों पंजाब में हर स्टेशन पर शुरू हो गया है। ...
More »कपास के निर्यात पर प्रतिबंध नहीं: मारन
नई दिल्ली। कपड़ा मंत्री दयानिधि मारन ने बुधवार को कपास के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि वह वित्त मंत्रालय से कपास की कीमतों पर अंकुश के लिए निर्यात शुल्क में वृद्धि के लिए कहेंगे। संप्रग-दो सरकार के एक वर्ष के दौरान कपड़ा मंत्रालय की उपलब्धियों पर पुस्तिका जारी करने के बाद मारन ने संवाददाताओं से कहा कि हम प्रतिबंध के पक्ष में नहीं हैं। लेकिन हमें [कपास]...
More »अनाज उत्पादन में रिकार्ड बढ़त की संभावना-एफएओ
फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाईजेशन (एफएओ) द्वारा जून महीने में प्रकाशित द फूड आऊटलुक में कहा गया है कि साल २०१०-११ में दुनिया में अनाज का उत्पादन २२७९.५ मिलियन टन होने की संभावना है जो कि अपने आप में एक रिकार्ड बढत है। पिछले साल २२५३.१ मिलियन टन अनाज उत्पादन हुआ था और इसकी तुलना में साल २०१०-११ का उत्पादन १.२ फीसदी ज्यादा है। एफएओ के मुताबिक अनाज के उत्पादन में...
More »किसान मरे नहीं तो क्या करे--- देविंदर शर्मा
भारत में किसानों की आत्महत्या को लेकर छिड़ी बहस के बीच अमरीका में किसानों को अनुदान दिए जाने के बारे में एक दिलचस्प रिपोर्ट आई. 1997 से 2008 के बीच भारत में करीब दो लाख किसानों ने बढ़ते कर्ज के कारण होने वाले अपमान से बचने के लिए अपनी जान देने का आत्मघाती कदम उठाया. इन किसानों को सरकार से किसी प्रकार की सीधी सहायता नहीं मिली थी. अमरीका ने 1995...
More »