-सत्याग्रह, कोरोना वायरस से पैदा हुए संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर देश को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि सरकार ने पूरे देश को लॉकडाउन करने का फैसला किया है. यह लॉकडाउन 21 दिनों तक यानी 14 अप्रैल तक जारी रहेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा कि यह लॉकडाउन ‘जनता कर्फ्यू’ से एक कदम आगे की...
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कोरोना वायरस : WHO की चेतावनी के बावजूद भारत ने नहीं किया सुरक्षा सामग्री का भंडारण
-मीडियाविजिल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कहने पर 22 मार्च को भारत के 130 करोड़ लोगों ने “जनता कर्फ्यू” में भाग लिया. इस बीच स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए मास्क, गाउन और दस्ताने जैसे पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट या पीपीई का भंडारण करने में सरकार विफल रही. 18 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील करते हुए मोदी ने लोगों से अपनी-अपनी बालकनी से थाली और ताली बजाकर स्वास्थ्य कर्मचारियों की हौसला अवजाई करने को...
More »कोरोना वायरस संकट : भारत में कोरोना वायरस के मरीजों का आंकड़ा 200 पार, अफवाह फैलाने वाले चार लोग गिरफ्तार
-सत्याग्रह, कोरोना वायरस को लेकर गलत जानकारी फैलाने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है. इन्हें किश्तवाड़, कानपुर, नरसिंहपुर और वाराणसी से गिरफ्तार किया गया है. इनमें से एक मंत्र के इलाज से कोरोना वायरस का दावा कर रहा था. उधर, बेंगलुरु में अपने बेटे के स्पेन से आने की बात छिपाने वाले रेलवे के एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है. उसका बेटा बाद में...
More »किसानों के लिए बने रिस्क मैनेजमेंट अथॉरिटी- अशोक दलवई
-आउटलुक, औद्योगिक और वित्तीय क्षेत्र की तरह भारत के कृषि क्षेत्र में भी सुधारों की जरूरत है। इसमें विदेशी कंपनियों और घरेलू कॉरपोरेट सेक्टर को निवेश की अनुमति दी जानी चाहिए। 1991 में शुरू हुए आर्थिक सुधारों की बदौलत भारत 2.7 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बना है, लेकिन कृषि क्षेत्र अभी तक इन सुधारों से वंचित है। हमें यह नहीं समझना चाहिए कि कृषि क्षेत्र सुधारों के दबाव को नहीं...
More »कोरोना वायरस : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 मार्च को देशवासियों से की 'जनता कर्फ्यू' लगाने की अपील
एनडीटीवी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा है कि हर भारतीय को सतर्क रहने की जरूरत है. पीएम ने कहा कि पूरा विश्व इस समय संकट के गंभीर दौर से गुजर रहा है. कभी कोई प्राकृतिक संकट आता है तो कोई देश या राज्यों तक सीमित रहता है. यह आपदा दुनिया भर के लोगों को संकट में डाल दिया है. प्रथम विश्व युद्ध के समय भी इतनी...
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