SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 11629

तुम मर चुके हो, राशन नहीं मिलेगा, जिंदा होने का प्रमाण लाओ

जबलपुर। तुम मर चुके हो, राशन नहीं मिलेगा। बीपीएल लिस्ट में तुम्हारे नाम के आगे मृत लिखा है। राशन सेल्समैन की यह बात जब रिक्की भूमिया ने सुनी तो कुछ देर के लिए जड़वत हो गया। उसके मुंह से केवल इतना निकला कि साहब मैं तो जिंदा हूं। सेल्समैन ने कहा कि कागजों में तुम जिंदा हो जाओ तो मिल जाएगा राशन। यह घटना शहपुरा जनपद के गांव खिरकाखेड़ा की...

More »

रोजगार सृजन की चुनौती--- अरविन्द जयतिलक

देश की अर्थव्यवस्था भले ही कई देशों के मुकाबले दोगुनी वृद्धि कर रही हो लेकिन युवाओं के लिए रोजगार सृजित करने के मामले में देश पिछड़ रहा है। हाल ही में आर्थिक सहयोग तथा विकास संगठन की ताजा रिपोर्ट ने बताया है कि देश में पंद्रह से उनतीस वर्ष के तीस प्रतिशत से अधिक युवाओं के पास रोजगार नहीं है। पिछले वर्ष श्रम मंत्रालय की इकाई श्रम ब्यूरो के रिपोर्ट...

More »

पैन से जुड़ेगा आधार: क्या इससे हर मुश्किल होगी आसान

तो आखिर फैसला हो गया ! 1 जुलाई 2017 से आधार को परमानेंट अकाउंट नंबर (पैन) से जोड़ने के शासनादेश को लागू करने की राह साफ हो गई. आधार और पैन को जोड़ने की कवायद फाइनेंस एक्ट 2017 के तहत हुई है. इस पर सुप्रीम कोर्ट ने भी अपनी मुहर लगा दी है. फाइनेंस एक्ट की इस कवायद के पीछे वित्तमंत्री का तर्क था कि अगर आधार-नंबर को पैन से...

More »

पूर्ण शराबबंदी क्या समस्या का समाधान है --- एस श्रीनिवासन

इस महीने की शुरुआत में द्रमुक सुप्रीमो एम के करुणानिधि का 94वां जन्मदिन मनाया गया। जश्न के लिए तमाम विपक्षी नेता उस दिन चेन्नई में जमा हुए, लेकिन जल्द ही यह जश्न प्रधानमंत्री मोदी, उनकी ‘जन-विरोधी' नीतियों और हिंदुत्व की राजनीति पर हमले का मंच बन गया। हालांकि बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने ऐसे किसी विवाद से बचने की पूरी कोशिश की। उन्होंने...

More »

शिक्षा का बाजारवाद-- रमेश दवे

शिक्षा को जब हम अपने अतीत से जोड़ते हैं तो संस्कार की ध्वनि सुनाई देती है, लेकिन जब अपने वर्तमान समय से जोड़ते हैं तो विकार और व्यापार के विज्ञापनों के धमाके सुनने को मिलते हैं। वैश्वीकरण, बाजारवाद और उत्तर-आधुनिकता के इस तरह-तरह की मृत्यु-घोषणा के समय में अगर इतिहास, साहित्य, साहित्यकार या लेखक की मृत्यु पश्चिमी चिंतक घोषित करते रहे हैं, तो क्या यह सच नहीं है कि हम...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close