संकट : चाय बागानों में नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, और पांच श्रमिकों की मौत एक तरफ उत्तर बंगाल के चाय बागानों में भूख और इलाज के अभाव में श्रमिक लगातार दम तोड़ रहे हैं. लेकिन मंगलवार को राज्य सरकार ने साफ कह दिया कि किसी श्रमिक की भूख या इलाज के अभाव में मौत नहीं हुई है. राज्य से श्रम मंत्री मलय घटक ने िवधानसभा में सवालों के जवाब...
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सूचनाधिकार की सार्थकता पर सवाल-- सतीश सिंह
सूचनाधिकार यानी आरटीआइ कानून को लागू हुए पिछले अक्तूबर में दस वर्ष हो गए। इतने साल बाद यह सवाल उठना लाजिमी है कि मौजूदा समय में कहां तक आरटीआइ सार्थक है। 16 अक्तूबर को केंद्रीय सूचना आयोग (सीआइसी) द्वारा आयोजित दसवें वार्षिक सम्मेलन में गिने-चुने आरटीआइ कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया, जबकि इसमें आरटीआइ की दशा और दिशा पर चर्चा होनी थी। गौरतलब है कि इन दस सालों में सीआइसी को...
More »एम्स के डॉक्टरों ने कहा- 40 मरीजों की रोशनी हमेशा के लिए गई
इंदौर, भोपाल। बड़वानी के सरकारी शिविर में मोतियाबिंद का ऑपरेशन फेल होने के बाद अरबिंदो अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों को देखने ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) दिल्ली की टीम पहुंची। एम्स के नेत्र रोग विशेषज्ञों की टीम ने साफ कर दिया कि 40 मरीजों की आंखों की रोशनी अब नहीं आ सकती। स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप, घटिया सॉल्यूशन पूरे प्रदेश में तो सप्लाई नहीं हुआ! चार मरीजों में...
More »स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप, घटिया सॉल्यूशन पूरे प्रदेश में तो सप्लाई नहीं हुआ!
इंदौर। बड़वानी में 45 मरीजों की आंखों की रोशनी जाने के बाद सरकारी लापरवाही की परतें खुलती जा रही हैं। प्रारंभिक जांच में दवाओं में फंगस होने की बात सामने आई थी। रविवार को एम्स के डॉक्टरों ने भी सॉल्यूशन की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए। शंका जताई जा रही है कि कहीं यही सॉल्यूशन पूरे प्रदेश के अस्पतालों में सप्लाई तो नहीं हो गया। नियम के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग में...
More »साफ पर्यावरण किसकी जिम्मेदारी!--- पुष्परंजन
दिल्ली के जिस वसुंधरा इन्कलेव में मैं रहता हूं, वहां 56 हाउसिंग सोसाइटी हैं, और उसके पीछे एक गांव है, दल्लूपुरा. इस गांव में कबाड़ का कारोबार लंबे समय से फलता-फूलता रहा है.अक्सर कबाड़ी कूड़े में प्लास्टिक, रबर और रसायन जलाते हैं, जिससे आसपास के अपार्टमेंट में रहनेवालों का जीना दूभर हो जाता है. पुलिस में इसकी लगातार शिकायत गयी, तब यह कुछ समय के लिए रुका. यह इसलिए नहीं...
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