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क्या यह बैंगन जहरीला है?

नई दिल्ली/भोपाल. एक सप्ताह के अंदर ही केंद्र सरकार को फैसला लेना है कि बीटी बैंगन जैसी जेनेटिकली मॉडिफाइड (जीएम) फसलों (जिनकी जीन संरचना में बदलाव किया गया है) की देश में खेती की अनुमति देनी है या नहीं। इस फैसले से जहां एक ओर उपज में बढ़ोतरी से किसानों को फायदा होने की उम्मीद है, वहीं जीएम खाद्य पदार्थो से स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचने की आशंका भी जताई जा रही है। क्या तेजी से...

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नौकरी के बहाने दिल्ली ले जाया गया चार नाबालिगों को

राउरकेला. गांव के बिचा मुंडा की लड़की मारसू मुंडा(15), मुनी मुंडा(13), बुधु मुंडा की पुत्रीउदारमणी मुंडा(14), गुड़िया मुंडा की लड़की को गांव के मांगा मुंडा नामक युवक ने दिल्ली में नौकरी देने की बात कहकर उन्हें दिल्ली ले गया है। इस सबंध में लड़कियों के अविभावकों ने राउरकेला चाईल्ड लाईन दिशा को इसकी खबर दिए जाने के बाद इस सबंध में आरोपी के खिलाफ बिसरा थाना में एक मामला दर्ज किया गया है। सुंदरगढ़ जिले में...

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बिहार के विकास में मदद करेगा अमेरिका

पटना। भारत में अमेरिका के राजदूत तिमोथी जे.रोमर ने कहा है कि अमेरिका सूबे के विकास में हर संभव मदद करेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुरुवार को मुलाकात कर उन्होंने प्रदेश में चल रहे विकास कार्यो की सराहना की। राष्ट्रपति बराक ओबामा की मंशा से अवगत कराते हुए उन्होंने कि बिहार जैसे कम विकसित राज्यों का अमेरिका विकास चाहता है। यह कहकर श्री रोमर ने स्पष्ट कर दिया कि तीसरी दुनिया के देशों में ओबामा की...

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वरदान या अभिशाप- बहस बीटी बैंगन की

ट्वीटर जैसे सोशल नेटवर्क पर अब बहस बैंगन पर आ टिकी हैं और ग्रीन पीस इंडिया जैसे संगठन ने आनुवांशिक रुप से परिवर्धित फसलों के खिलाफ जनमत बनाने के लिए सचमुच दुनिया का सबसे नायाब बैंगन का भर्ता बनाने की ठान ली है।बीटी बैंगन के खिलाफ बहस की आंच तेज हो रही है और बैंगन का सवाल अचानक आनुवांशिक रुप से परिशोधित फसलों की जमीन तैयार करने या फिर उनकी...

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हमारी नादानी से नदारद न हो जाएं नदियां

इसे अपनी संस्कृति की विशेषता कहें या परंपरा, हमारे यहा मेले नदियों के तट पर, उनके संगम पर या धर्म स्थानों पर लगते हैं और जहा तक कुंभ का सवाल है, वह तो नदियों के तट पर ही लगते हैं। आस्था के वशीभूत लाखों-करोड़ों लोग आकर उन नदियों में स्नानकर पुण्य अर्जित कर खुद को धन्य समझते हैं, लेकिन विडंबना यह है कि वे उस नदी के जीवन के बारे में कभी भी नहीं सोचते।...

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