SEARCH RESULT

Total Matching Records found : 55

बासमती चावल बना कैंसर रोगियों की लाठी

जगदीश कुमार, जालंधर। पंजाब का बासमती चावल देश का अनाज भंडार भरने के साथ ही कैंसर रोगियों की पीड़ा हरने में भी सहायक साबित हो रहा है। बासमती से होने वाली कमाई का एक हिस्सा कैंसर रोगियों के इलाज खाते में जमा होगा। पंजाब सरकार मंडी में बासमती खरीद पर 0.25 सेस (उप कर) वसूल रही है। राज्य सरकार को इस सीजन में बासमती से करीब 20 करोड़ रुपये सेस के...

More »

चीनी की कम होती मिठास - के सी त्यागी

जनसत्ता 14 अक्तूबर, 2014: महाराष्ट्र की चुनावी सभाओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों की आत्महत्याओं का जिक्र करते हुए उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। उन्होंने अपनी चुनावी रैलियों में स्वीकार किया कि प्रतिवर्ष लगभग सैंतीस सौ किसान आत्महत्या कर रहे हैं, मगर दूसरी तरफ उन्होंने राज्य सरकारों द्वारा दिया जाने वाला (समर्थन मूल्य के अतिरिक्त) बोनस रोकने का फैसला किया है। केंद्रीय खाद्यमंत्री रामविलास पासवान ने...

More »

हैरान करती महंगाई: भंडार भरे, फिर भी बढ़ा दी तेल, अनाज और सब्जी की कीमतें

भोपाल. कमजोर मानूसन की आशंका के चलते पिछले 10 दिनों में अधिकांश जरूरी खाद्य वस्तुओं के फुटकर दाम 15 फीसदी से ज्यादा बढ़ चुके हैं। कीमतों में इस अप्रत्याशित तेजी से आम लोगों के अलावा अर्थव्यवस्था के जानकार भी हैरान हैं। इस हैरानी का कारण है कि इनमें से अधिकांश जरूरी वस्तुओं का न सिर्फ पर्याप्त भंडारण मौजूद है, बल्कि उनकी आपूर्ति भी सुचारू रूप से हो रही है।   राजधानी में दाल-चावल समेत कुछ...

More »

महंगाई कम करने की नीयत चाहिए- देविंदर शर्मा

खाद्य पदार्थो की लगातार बढ़ती कीमतों ने आम आदमी का जीना मुहाल कर रखा है. इस मूल्य वृद्धि को अकसर मांग और आपूर्ति के बीच असंतुलन से जोड़ कर देखा जाता है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि देश में खाद्यान्नों के उत्पादन में लगातार वृद्धि हुई है. फिर क्या वजह है खाद्य पदार्थो के मूल्य में होनेवाली वृद्धि की? क्या इसके पीछे जमाखोरों और सट्टेबाजों का हाथ है? आखिर किस...

More »

अर्थव्यवस्था के मर्ज की दवा- लार्ड मेघनाद देसाई

वर्ष 2014 में भारत की अर्थव्यवस्था के समक्ष पहली चुनौती महंगाई है. इससे निबटना नयी सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेवारी होगी. पिछले तीन-चार वर्षो से महंगाई की दर बहुत अधिक रही है. महंगाई की समस्या बहुआयामी है. यह अन्य समस्याओं को भी जन्म दे रही है. इससे देश में बहुत बड़ा संकट आया है. अगर सरकार इन चुनौतियों से मुकाबला करने में सक्षम रही, तो भारत की अर्थव्यवस्था उम्मीदों से...

More »

Video Archives

Archives

share on Facebook
Twitter
RSS
Feedback
Read Later

Contact Form

Please enter security code
      Close