महज पांच साल के भीतर देश में करोड़पतियों की तादाद 66 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ जाने का अनुमान क्रेडिट सुईस की ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट 2018 तक भारत में करोड़पतियों की संख्या बढ़कर 3.02 लाख के स्तर पर पहुंच जाएगी फिलहाल देश में कुल मिलाकर 1.82 लाख व्यक्ति ऐसे हैं जिनकी गिनती मिलिनॉयर्स में होती है भारत में 1,760 अल्ट्रा हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स हैं, जिनके...
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भारतीय लोकोपकार
“रिवीलिंग इंडियन फिलैंथ्रोपी” पढ़ने के बाद, फ्रांसेस्को ओबिनो का सवाल है कि क्या भारत में लोकोपकार(फिलैंथ्रोपी) समतामूलक तथा टिकाऊ विकास में मददगार हो सकता है । भारत में घरेलू लोकोपकार की बढ़ती हुई क्षमता आशा जगाती है। भारतीय करोड़पतियों की संख्या 2012 में एक लाख तिरपन हजार (यूएस डॉलर के आधार पर) थी और अनुमानों के मुताबिक साल 2017 तक यह संख्या दो लाख बयालीस हजार तक पहुंच जायेगी जो अपने...
More »खनन से किसका हित, मिल कर सोचें- ।।किशन पटनायक।।
बिक्री लायक पदार्थो को ‘पण्य’(माल) कहा जाता है और उनके संग्रह को ‘संपत्ति’. आधुनिक समाज में संपत्ति को मूल्यों (रुपयों) में आंका जाता है. मैं अगर करोड़पति हूं, तो मेरी संपत्ति का मूल्य करोड़ों रुपयों में है. दुनिया में जितनी भी संपत्ति है, उनके मूल में हैं प्राकृतिक संसाधन. मेहनत, बुद्धि और मशीनों के द्वारा प्राकृतिक संसाधनों से विभिन्न पण्य वस्तुओं को बनाया जाता है. मशीनें भी खनिज धातु यानी प्राकृतिक...
More »सुस्ती के बावजूद बढ़ी रईसों की तादाद
पिछले एक साल के दौरान भारत में और बढ़ गई है 'सुपर-रिच' की संख्या अन्य 'ब्रिक्स' देशों को पीछे छोड़ा एक साल में ब्रिक्स के किसी अन्य सदस्य देश के मुकाबले भारत के 'सुपर-रिच क्लब' में ही सर्वाधिक बढ़ोतरी दर्ज महज एक साल में देश के सुपर-रिच क्लब में 120 लोगों का इजाफा, भारत में फिलहाल हैं 7850 अत्यंत रईस, जिनकी संयुक्त नेटवर्थ है...
More »गए गुरुजी काम से- राहुल कोटियाल
गया वह ज़माना जब शिक्षक पढ़ाया करते थे. अब उन्हें छत्तीस सरकारी कामों के लिए नौकरी पर रखा जाता है. राहुल कोटियाल की रिपोर्ट. 'वर्तमान शिक्षा-पद्धति रास्ते में पड़ी हुई कुतिया है, जिसे कोई भी लात मार सकता है.’ यह टिप्पणी प्रसिद्ध साहित्यकार श्रीलाल शुक्ल ने अपने सबसे चर्चित उपन्यास 'राग दरबारी' में की थी. यह उपन्यास आज से लगभग पचास साल पहले लिखा गया था. यह वह दौर था जब...
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