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सब ताज उछाले जाएंगे, सब तख्‍त गिराये जाएंगे- अरुंधति रॉय

दंतेवाड़ा को समझाने के कई तरीके हो सकते हैं। यह एक विरोधाभास है। भारत के हृदय में बसा हुआ राज्यों की सीमा पर एक शहर। यही युद्ध का केंद्र है। आज यह सिर के बल खड़ा है। भीतर से यह पूरी तरह उघड़ा पड़ा है। दंतेवाड़ा में पुलिस सादे कपड़े पहनती है और बागी पहनते हैं वर्दी। जेल अधीक्षक जेल में है, और कैदी आजाद (दो साल पहले शहर की पुरानी जेल से करीब 300...

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प्रदेश में ठंड से 71 और लोगों की मौत

लखनऊ। ठंड बड़ी खामोशी से कहर ढा रही है। बीते दस दिन से लगातार जारी यह सिलसिला थम नहीं रहा है और दिन-ब-दिन मरने की तादाद बढ़ती जा रही है। बीते 24 घंटों में प्रदेश में अब तक 71 लोग ठंड लगने की वजह से काल के गाल में समा चुके हैं। उधर लखीमपुर में सोमवार को पारा डेढ़ डिग्री सेण्टीग्रेड तक लुढ़क गया। ठंड लगने की वजह से सोमवार को वाराणसी व...

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गांव-गांव में संभव होगा कैंसर का इलाज

कोलकाता। बंगाल के ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले कैंसर के मरीजों को इलाज के लिए अब कोलकाता समेत दूसरे शहरों का रुख नहीं करना होगा। उनके आसपास ही इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय राज्य के विभिन्न जिलों में टेलीमेडिसीन सेंटर खोलने जा रहा है। 'टेल ओंक -कैंसर केयर फार रुरल मासेज' नामक इस महत्वपूर्ण परियोजना को राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम के तहत महानगर स्थित नेताजी सुभाष चंद्र...

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अब पंचायतों को भी बदलना होगा: जोशी

भीलवाड़ा. केंद्रीय पंचायतीराज मंत्री सीपी जोशी पंचायतों की पूरी व्यवस्था को आधुनिक बनाना चाहते हैं। उनकी कल्पना है पंचायत में भी इंजीनियर और एमबीए जैसी योग्यता वाले युवा कमान संभालें। आईटी के जमाने में अभी चल रही व्यवस्था नाकाम-सी लगने लगी है। डा. जोशी रविवार शाम शहर के इंदिरा गांधी सामुदायिक भवन में महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के सामाजिक अंकेक्षण की समीक्षा सभा को संबोधित कर रहे थे।...

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सवाल सेहत का

   खास बात •    सिर्फ 10 फीसदी भारतीयों के पास हेल्थ इंश्योरेन्स है और यह बीमा भी उनकी सेहत की जरुरतों के हिसाब से पर्याप्त नहीं है। *** •    अस्पताल में भर्ती भारतीय को अपनी सालाना आमदनी का 58 फीसदी इस मद में व्यय करना पड़ता है।*** •    तकरीबन 25 फीसदी भारतीय सिर्फ अस्पताली खर्चे के कारण गरीबी रेखा से नीचे हैं। *** •    सेहत के मद में होने वाले खर्चे का सवाल बड़ा चिन्ताजनक है। सालाना 10 करोड़ लोग...

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