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भुखमरी क्यों न हो जब कैदी को रोज 700 ग्राम आटा मिले और गरीब को पाव भर भी नहीं- विनय सुल्तान

हर शहर की अपनी अलग तासीर होती है. इसके बावजूद हर शहर एक तरह से ही उठता है. बिल्कुल इंसान की तरह ही. मंदिर में घंटों की आवाज और अजान के बीच थोड़ा अलसाया सा. ललितपुर में भी छह मई की सुबह ऐसी ही रही होगी. चाय की गुमटियों पर अखबार ताजा से बासी हो जाने की सनातन यात्रा के बीच कस्बे के कृष्णा सिनेमा के पास से गुजरते लोग अचानक...

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खुली बहस के परे कोई भी विषय नहीं - मृणाल पांडे

ऋग्वेद (8, 2, 24) में मनुष्य देवताओं से पूछते हैं कि सत्य का साक्षात करने वाले ऋषि तो रहे नहीं, आने वाले समय में उनकी जगह कौन लेगा? देवताओं का जवाब है, आने वाले काल में समान स्तर के अनेक ज्ञानी जब बैठकर अपने-अपने ऊह (तर्क) और अपोह (प्रतितर्क) से हर विषय पर बहस को आगे बढ़ाएंगे तो उनके समवेत तर्क-वितर्क ही अंतिम सच का निर्णय करेंगे। एक अग्रगामी लोकतंत्र...

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अमानवीय हालात में जी रहे कैदी-- संगीता भटनागर

देश की जेलों की दयनीय स्थिति, इनमें बंद विचाराधीन कैदी तथा दोषियों की बढ़ती संख्या एक बार फिर न्यायिक समीक्षा के दायरे में आ गयी है। देश की 1387 जेलों में उनकी क्षमता से कहीं अधिक बंदी हैं और इस वजह से इनमें विचाराधीन कैदियों और दोषी कैदियों को काफी हद तक अमानवीय परिस्थितियों में रहना पड़ रहा है। एक बार फिर देश की शीर्ष अदालत ने इस ओर ध्यान देते...

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महासमुंद जिला जेल में विचाराधीन कैदी की मौत

महासमुंद।जिला जेल में बंद विचाराधीन कैदी की मौत से सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार जिला जेल में 55 वर्षीय सलखन सिंह कैद था। इसकी मौत की सूचना मिली है। जेल प्रशासन के अनुसार भिलाई निवासी सलखन सिह अवैध फरनेस आॅयल मामले में पिछले 9माह से थे जेल में बंद था। मौत के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है। विचाराधीन बंदी सलखन सिंह वाहन चालक था। फरनेस आयल की तस्करी...

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विचाराधीन कैदियों का सवाल-- चंदन श्रीवास्तव

जानते सभी हैं कि देश की विभिन्न जेलों में फिलहाल क्षमता से ज्यादा कैदी रखे गये हैं, लेकिन जेलों के कैदियों से भरते जाने के सही कारण का पता अकसर लोगों को नहीं होता. सामान्य बुद्धि यही कहेगी कि जेलों में कैदी ज्यादा हैं, यह इस बात का भी संकेत हो सकता है कि समाज में अपराध बढ़ रहे हों और बढ़ते अपराधों पर रोक लगाने के लिए प्रशासन एकदम...

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