महंगे प्याज ने पहले ही किचन का जायका बिगाड़ के रखा है और अब दाल की कीमतें भी आसमान छूने लगी हैं. दालों की कीमतों पर लगाम लगाने के सरकार ने स्टॉक लिमिट, जमाखोरों के खिलाफ कार्रवाई, दालों के वायदा कारोबार का निलंबन जैसे उपाय किये हैं, लेकिन ये कारगर साबित नहीं हो रहे हैं. सरकार भले ही थोक मुद्रास्फीति के माइनस 4.95 के ऐतिहासिक स्तर तक पहुंचने का ढिंढोरा...
More »SEARCH RESULT
आम आदमी की थाली से बाहर हुई दालें
जयपुर. दालें आम आदमी की थाली से बाहर हो गई हैं। एक सप्ताह के दौरान इनकी कीमतें दस रुपए से चालीस रुपए प्रति किलो तक उछल गई हैं। रिटेल कीमतों की बात करें तो उड़द दाल के भाव 140 रुपए किलो और अरहर दाल के 150 रुपए प्रति तक पहुंच गए हैं। व्यापारियों के मुताबिक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु तथा महाराष्ट्र में खराब मानसून से खरीफ में दलहन की पैदावार बुरी...
More »58 साल में मात्र ढाई फीसदी बढ़ी दालों की खेती
नई दिल्ली। दालों की बढ़ती कीमतों के लिए इस साल भले ही रबी फसल पर पड़ी बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि की मार को जिम्मेदार बताया जा रहा हो, लेकिन आंकड़ों के अनुसार, इसका प्रमुख कारण सालों से दालों की खेती की अनदेखी है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी विश्व खाद्य संगठन ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही हैं। गेहूं का रकबा 164 फीसदी और धान का रकबा 36 फीसदी बढ़ा आधिकारिक आंकड़ों...
More »छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों से चावल की सप्लाई बंद
रायपुर। सूखे की आहट के बीच छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में अनाज कारोबारियों ने सप्लाई बंद कर खुद ही चावल की खरीदी शुरू कर दी है। इसका कारण है कि अब चावल गोदामों से निकल नहीं रहा, किसान ने भी अपनी कोठी बंद कर रखी है। इसके कारण चावल बाजार ने महंगाई की राह पकड़ ली है। यहां के राइस मिलर्स और धान कारोबारी भी चिंतित हैं। छत्तीसगढ़ के...
More »थोक मुद्रास्फीति शून्य से 4.95 प्रतिशत नीचे के ऐतिहासिक निम्नस्तर पर
नयी दिल्ली : दाल और प्याज के दाम ऊंचे रहने के बावजूद थोक मुद्रास्फीति में गिरावट का रुझान लगातार 10वें महीने जारी रहा. अगस्त में सस्ते ईंधन एवं सब्जियों के मद्देनजर यह शून्य से 4.95 प्रतिशत नीचे के ऐतिहासिक स्तर पर आ गयी. इससे आरबीआइ पर ब्याज दरें घटाने का दबाव बढेगा. थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में शून्य से 4.05 प्रतिशत नीचे थी. नवंबर 2014 से थोक मुद्रास्फीति लगातार...
More »