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नाबार्ड का पूंजी आधार चार गुना बढ़ेगा

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। केंद्र सरकार ने ग्रामीण व कृषि क्षेत्र को ज्यादा कर्ज मुहैया कराने के अपने अभियान के तहत राष्ट्रीय कृषि व ग्रामीण विकास बैंक [नाबार्ड] के पूंजी आधार को चार गुणा बढ़ाने का फैसला किया है। नाबार्ड के मौजूदा पूंजी आधार 5000 करोड़ रुपये को बढ़ा कर 20 हजार करोड़ रुपये करने संबंधी प्रस्ताव को गुरुवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में पास कर दिया गया। पूंजी आधार को बढ़ाने...

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विकास संबंधी प्रयासों के जरिये माओवादियों से निपटेगी सरकार

नयी दिल्ली (भाषा) केंद्र ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास संबंधी प्रयासों के जरिये माओवादियों से निपटने का फैसला किया है, क्योंकि उसका मानना है कि ऐसे प्रयासों से उनकी पकड़ कमजोर होगी। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश ने प्रेट्र से कहा, ‘‘हम नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास के लिये विशेष प्रयास कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इसका फल मिलेगा।’’ गौरतलब है कि आत्मसमर्पण करने वाले एक नक्सली ने...

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पुलिस का चेहरा- प्रेमपाल शर्मा

जनसत्ता 18 जनवरी, 2013: स्त्री की हिफाजत, हैसियत, बराबरी के किसी मुद्दे पर इतना बड़ा तूफान भारतीय समाज में शायद पहले कभी न खड़ा हुआ हो। दिल्ली में ही लोग सड़कों पर नहीं उतरे, मणिपुर, जम्मू, चेन्नै से लेकर मुंबई, कोलकाता आदि शहरों में भी आक्रोश और पश्चाताप के अलग-अलग स्वर सुनने को मिले। हमारी सामाजिक गिरावट की विडंबना का एक नमूना यह भी रहा कि फिजा में फैली फांसी की मांग...

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10 वीं नक्सल कांग्रेस की तैयारी, पुलिस सतर्क

रायपुर : छत्तीसगढ के धुर नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों की दसवीं कांग्रेस की तैयारी चल रही है. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के सिलसिले में कुछ नक्सली नेताओं का यहां आना शुरू हो गया है. बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक टी जे लांगकुमेर ने आज कहा कि पुलिस को जानकारी मिली है कि नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ क्षेत्र में नक्सलियों ने अपनी 10 वीं कांग्रेस की तैयारी शुरू कर...

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फिर अहम होता व्यवस्था परिवर्तन का मुद्दा- प्रो आनंद कुमार

आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ और व्यवस्था परिवर्तन की बात फिर चल रही है. लेकिन, जब कभी इस तरह के आंदोलनों की बात छिड़ती है, तो बरबस लोकनायक जयप्रकाश नारायण का चेहरा व चिंतन हमारे जेहन में आता है. अमूमन जेपी की शख्सीयत को सत्तर के दशक में उनके द्वारा दिये गये संपूर्ण क्रांति के नारे में ही समेटने की कोशिश होती है. सच यह है कि जेपी ने इस देश...

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