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ग्रांउड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: कार्ड न होने के कारण अनाज ही नहीं, इलाज से भी वंचित हैं लोग

डाउन टू अर्थ, 30 दिसंबर झारखंड के पलामू जिले से निकल कर चतरा जिले की ओर बढ़ते हुए एक गांव पड़ता है, सतवहिनी। यह गांव सिद्की ग्राम पंचायत के अंदर आता है। गांव में अपने बच्चों के साथ खेल रहे उमेश कुमार दिवाली के मौके पर हरियाणा के  सिरसा से लौटे हैं। वह सिरसा में सब्जी की रेहड़ी लगाते हैं। वहां अकेले रहते हैं। वह वापस सिरसा जाने की तैयारी कर...

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भारत के सबसे पिछड़े जिले से तीन महिलाओं की भूख और उससे जुड़े संघर्ष की कहानी

इंडियास्पेंड, 02 दिसंबर नवम्बर महीने के दूसरे सप्ताह के बुधवार को रेखा देवी, उम्र लगभग 40 वर्ष, अपने घर से तकरीबन 500 मीटर दूर एक खेत में कम्पैन मशीन के पीछे अपने बच्चों के साथ धान की बालियां बीन रही थीं। पूछने पर वह कहती है की इन गिरी हुई बालियों से उनके परिवार का गुजारा होता है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से तकरीबन 170 किलोमीटर पूरब में भारत और नेपाल...

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झारखंड में किसानों ने कहा, खरीफ धान सूखे की चपेट में, गेहूं बोने के लिए हाथ में कुछ नहीं बचा

गाँव कनेक्शन, 21 नवम्बर पलामू जिले के सुकरी गाँव की देवंती कुंवर अपने परिवार में अकेले कमानी वाली हैं। उनके पति की तीन साल पहले मौत हो गई थी। तब से उन्होंने अपने चार बच्चों की परवरिश की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर उठा रखी है। अगर इस साल झारखंड में खरीफ (मानसून) का सूखा नहीं होता देवंती रबी की गेहूं की फसल के लिए जमीन तैयार करने के लिए जोतना...

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अधर में अटकी बिजली परियोजनाओं ने बदला झारखंड के चंदवा का भविष्य

 मोंगाबे हिंदी, 14 नवम्बर झारखंड की राजधानी रांची से करीब 70 किलोमीटर दूर चंदवा कस्बे में प्रवेश करने से पहले एक गेट है। इस पर लिखा है – औद्योगिक नगरी चंदवा में आपका स्वागत है। लेकिन कस्बे के अंदर घुसते ही चारों तरफ हताशा और निराशा दिखाई देती है। एक वक्त था जब यहां दो पावर प्लांट (ताप विद्युत घर) का निर्माण तेजी से हो रहा था। तब ऐसा लगता था...

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ग्रे व्हेल की संख्या में क्यों आ रही है गिरावट?

 न्यूज़लॉन्ड्री, 08 नवम्बर नेशनल ओशनिक एंड एटमोस्फियरिक एडमिनिस्ट्रेशन फिशरीज (एनओएए) के एक नए आकलन के अनुसार, पिछले 2 वर्षों में उत्तरी अमेरिका के पश्चिमी तट पर रहने वाली ग्रे व्हेल की संख्या में गिरावट जारी है. इनकी आबादी अब 2015 और 2016 में अपने चरम से 38 प्रतिशत नीचे बताई जा रही है. रिपोर्ट बताती है कि 1994 में गणना शुरू होने के बाद से आबादी ने इस साल रिकॉर्ड पर सबसे...

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