बठिंडा। एक तरफ जहां पंजाब के युवा नशे की दलदल में धंसते जा रहे हैं, वहीं गांव जंगीराणा के न केवल युवक बल्कि युवतियां लोगों के लिए मिसाल कायम कर रही हैं। बठिंडा से 25 किलोमीटर दूर स्थित इस गांव को यदि मालवा में जाना जाता है तो वह इसलिए कि यहां हर दूसरे घर से एक सदस्य या तो फौज में है या फिर पुलिस में। करीब साढ़े चार हजार...
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गर्भ में बेटियों का कत्ल करने वालों पर शिकंजा
फरीदाबाद. वर्ष 2010 में महिला-पुरुष लिंगानुपात लुढ़कने से स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। गर्भ में भ्रूण लिंग जांच करने की शिकायत मिलने पर वीरवार को विभाग की टीम ने लगातार दूसरे दिन प्राइवेट अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर छापे मारने की कार्रवाई को जारी रखा। परिवार जन कल्याण अधिकारी व पीएनडीटी इंचार्ज डॉ. सविता यादव व डॉ. अनूप के साथ अन्य अधिकारियों की टीम ने सेक्टर-29 स्थित कविता मेडिकल सेंटर पर छापा...
More »सरकार के इंतजार में कुंवारी रह गईं हमारी बेटियां
रांची। मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सरकार ने 2010-11 में बीपीएल परिवारों की 10 हजार बेटियों की शादी कराने का लक्ष्य रखा था, लेकिन वह मात्र एक हजार लड़कियों के हाथ ही पीले करा सकी। नौ हजार सिर्फ इंतजार करती रह गईं। इससे अभिभावकों को उनके विवाह के लिए जमीन बेचनी पड़ी या कर्ज लेना पड़ा। कई तो पैसे के अभाव में अब तक कुंवारी हैं। इस मद में 10 करोड़...
More »कक्षा एक से आठ तक 91% स्कूलों में कंप्यूटर नहीं
रांची: झारखंड में प्राथमिक शिक्षा का क्या हाल है, इसे प्रथम नाम की संस्था ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट असर (एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट 2010) के जरिये पेश किया है. रिपोर्ट में कुछ सकारात्मक बातें हैं, तो कुछ नकारात्मक भी हैं. शिक्षा का अधिकार कानून 2009 के तहत सभी 6-14 आयु वर्ग के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा देनी है. राज्य के प्राथमिक स्कूलों में दाखिला तो बढ़ा है, साथ...
More »शिक्षा की अलख जलाने वाले शिक्षक करते हैं बूट-पॉलिस
पाकुड़। हालात-ए-जिस्म सूरत-ए-खराब, वहां और भी खराब यहां और भी खराब ये पंक्ति सरकार को शर्मसार करने वाली सूबे की खराब हालात की एक ऐसी ही दास्तांन बयां करती है। ये दास्तांन है पाकुड़ के एक ऐसे शिक्षक की जो पिछले 25 वर्षो से शिक्षा की अलख जला रहे हैं, परन्तु इस एवज में यदि उन्हें कुछ मिला है तो बूट-पॉलिस का धंधा, गरीबी व जिल्लत भरी जिंदगी। जिले के अमड़ापाड़ा...
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